
खेलते-खेलते हादसे की चपेट में आया मासूम
मुंगेली। छत्तीसगढ़ के मुंगेली जिले के चूड़ी लाइन इलाके में शनिवार की रात उस वक्त अफरा-तफरी मच गई जब दो बेकाबू सांड आपस में भिड़ गए। भिड़ंत के दौरान पास में खेल रहा 5 वर्षीय मासूम उनकी चपेट में आ गया। दोनों मवेशी तेज रफ्तार से बच्चे पर से गुजर गए। हादसा इतना खौफनाक था कि देखने वालों के दिल दहल गए। हालांकि गनीमत यह रही कि बच्चे की जान बच गई और उसे गंभीर चोट नहीं आई।
अचानक भिड़े सांड, बच्चे पर मंडराया खतरा
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, रात करीब 8 बजे बच्चा अपने घर के पास खेल रहा था। तभी अचानक दो सांड आपस में भिड़ गए और बेकाबू होकर दौड़ पड़े। उनकी टक्कर के बीच मासूम बच्चा फंस गया। यह सब कुछ इतनी तेजी से हुआ कि आसपास मौजूद लोग कुछ समझ ही नहीं पाए और उसे बचाने का मौका भी नहीं मिला।

CCTV में कैद हुआ हादसा
यह पूरा घटनाक्रम नजदीकी CCTV कैमरे में कैद हो गया। वीडियो में साफ दिख रहा है कि किस तरह दोनों सांड भिड़ने के बाद दौड़ते हुए बच्चे को टक्कर मारते हैं और उसके ऊपर से गुजर जाते हैं। चमत्कारिक रूप से बच्चा इस हादसे से सुरक्षित निकल आया। फिलहाल यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है और लोग प्रशासन की लापरवाही पर सवाल उठा रहे हैं।
आवारा मवेशियों से बढ़ रही समस्या
घटना के बाद स्थानीय लोगों में आक्रोश है। उनका कहना है कि शहर में आवारा मवेशियों की वजह से रोजाना हादसों का खतरा बना रहता है। कई बार शिकायत करने के बावजूद नगरीय निकाय की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। लोगों ने चेतावनी दी कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं हुई, तो कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है।
प्रशासन के अभियान पर उठे सवाल
छत्तीसगढ़ सरकार और प्रशासन की ओर से आवारा पशुओं को गोठानों और शेडों में पहुंचाने के लिए अभियान चलाया जा रहा है। लेकिन लगातार हो रही घटनाएं इस अभियान की जमीनी सच्चाई उजागर कर रही हैं। लोग कह रहे हैं कि यह सिर्फ कागजी कार्रवाई है, जबकि हकीकत यह है कि सड़कों पर मवेशियों का आतंक लगातार बढ़ रहा है।
नागरिकों की जिम्मेदारी भी जरूरी
विशेषज्ञ मानते हैं कि सिर्फ प्रशासन नहीं, बल्कि नागरिकों को भी अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी। मवेशियों के मालिक अगर अपने जानवरों को सड़क पर आवारा न छोड़ें तो इस तरह की घटनाओं से बचा जा सकता है। जागरूकता और जिम्मेदारी से ही शहर सुरक्षित रह सकता है।
बड़ा सबक छोड़ गई घटना
इस घटना ने साबित कर दिया है कि आवारा मवेशी अब सिर्फ असुविधा नहीं बल्कि सुरक्षा का गंभीर खतरा बन चुके हैं। मासूम बच्चा भले ही इस हादसे में बच गया, लेकिन यह पूरे शहर के लिए चेतावनी है कि अगली बार इतनी किस्मत शायद किसी और के साथ न हो।
