
क्या सच में धरती पर है असीमित सोना?
सोना – ये चमकदार और कीमती धातु हर किसी के दिल के करीब होती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि धरती की गहराई में इतना सोना छिपा है कि अगर बाहर आ जाए, तो इसकी कीमत कौड़ियों में रह जाएगी? वैज्ञानिकों ने हाल ही में एक ऐसा खुलासा किया है, जिसने पूरी दुनिया को चौंका दिया है।
धरती के कोर में दबा है 99.999% सोना
वैज्ञानिकों ने पाया है कि धरती के इनर कोर (भीतरी भाग) में लगभग 99.999% सोना मौजूद है, जो सतह से करीब 2,900 किलोमीटर नीचे स्थित है। इस स्तर तक इंसान की पहुंच फिलहाल संभव नहीं है, लेकिन वहां मौजूद खनिजों का अध्ययन कर यह खुलासा हुआ है कि कोर से सोना धीरे-धीरे रिसकर ऊपर की परतों तक पहुंच रहा है।

हवाई के लावे में मिला बड़ा सुराग
गॉटिंगन यूनिवर्सिटी के जियोकैमिस्ट डॉ. निल्स मेस्लिंग और उनकी टीम ने हवाई के ज्वालामुखीय चट्टानों का विश्लेषण किया। उन्होंने इनमें रुथेनियम (100Ru) नामक दुर्लभ धातु पाई, जो कोर में अधिक मात्रा में पाई जाती है। इसका मतलब यह है कि सोना और अन्य कीमती धातुएं कोर से मंटल में रिसकर सतह तक आ रही हैं।
अब तक क्यों नहीं मिला था यह खजाना?
धरती का कोर पहले वैज्ञानिकों को एक बंद और अलग-थलग हिस्सा लगता था। माना जाता था कि सोना कोर में फंसकर रह गया है। लेकिन अब नए रिसर्च से साफ हुआ है कि यह कोर से बाहर निकलकर धरती की सतह तक धीरे-धीरे पहुंच रहा है।
यह रिसाव इतना धीमा है कि सीधे देखना संभव नहीं, लेकिन चट्टानों की संरचना से इसका पता लगाया जा रहा है।
वैज्ञानिकों की नई सोच और भविष्य की उम्मीद
प्रोफेसर मैथियास विलबोल्ड के अनुसार, यह खोज साबित करती है कि धरती का कोर गतिशील है और धीरे-धीरे अपने अंदर के कीमती तत्व सतह तक पहुंचा रहा है। अगर यह प्रक्रिया तेज हो, तो भविष्य में सोना आम हो सकता है।
