
एक महीने बाद भिलाई GRP को मिली बड़ी सफलता
भिलाई। शिवनाथ एक्सप्रेस में करीब एक माह पहले हुई 65 लाख रुपये की हाई-प्रोफाइल चोरी का खुलासा कर लिया गया है। जीआरपी भिलाई और सायबर सेल की संयुक्त कार्रवाई में ओडिशा के राउरकेला से दो मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान
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संतोष साव उर्फ अफरीदी (34 वर्ष), निवासी: राउरकेला, ओडिशा
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अब्दुल मन्नान (55 वर्ष), निवासी: राउरकेला, ओडिशा
अब्दुल मन्नान के पास से फर्जी आधार कार्ड (सुरेश मिश्रा के नाम से) भी बरामद किया गया है।
चोरी कैसे हुई?
4 अप्रैल 2025 को गोंदिया से रायपुर यात्रा कर रही महिला यात्री हिना पटेल ने शिकायत दर्ज कराई थी कि शिवनाथ एक्सप्रेस (18240) के एचए-1 कोच में सफर के दौरान राजनांदगांव से दुर्ग के बीच उनका पर्स चोरी हो गया।
चोरी हुई वस्तुएं:

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दो हीरे के नेकलेस
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चार हीरे की अंगूठियां
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झुमके
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₹45,000 नकद
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एक मोबाइल
कुल अनुमानित मूल्य: ₹65 लाख
कैसे पकड़े गए आरोपी?
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गोंदिया से भाटापारा तक का टावर डंप डाटा निकाला गया
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सीसीटीवी फुटेज और होटल जांच से मिले सुराग
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रिजर्वेशन चार्ट मिलान कर मोबाइल नंबरों का पता लगाया गया
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संदिग्ध नंबरों को ट्रैक कर राउरकेला तक पीछा किया गया
आखिरकार, सायबर सेल ने दोनों आरोपियों को दबोच लिया।
AC कोच में फर्जी पहचान से करते थे सफर
आरोपियों ने स्वीकार किया कि वे लंबे समय से ट्रेनों में चोरी कर रहे हैं।
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फर्जी नाम और नंबर से टिकट बुक करते थे
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एसी टू टियर में चोरी करना होता है आसान क्योंकि वहां पर्दे लगे होते हैं
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चोरी का सामान अपने थैले में रखकर मोबाइल और पर्स बाहर फेंक देते
चोरी के हीरे के हार को 11 लाख में कोलकाता में बेचा गया, जिसकी राशि विभिन्न बैंक खातों में भेजी गई थी।
क्या-क्या बरामद हुआ?
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₹20,000 नकद
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फर्जी आधार कार्ड
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बैंक खातों में भेजी गई कुल राशि:
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₹3.46 लाख (भाई के खाते में)
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₹2.45 लाख व ₹4.96 लाख (दोस्तों के खातों में)
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पुलिस को शक है कि इनसे अन्य बड़े चोरियों का भी खुलासा हो सकता है। पूछताछ जारी है।
