दुनिया की इकलौती ट्रेन जो जमीन नहीं, पानी पर चलती है! वीडियो देखकर यकीन नहीं होगा...

सोशल मीडिया पर इन दिनों एक ऐसा वीडियो वायरल हो रहा है जिसे देखकर हर कोई दंग रह गया है। यह वीडियो किसी आम ट्रेन का नहीं, बल्कि दुनिया की इकलौती पैसेंजर ट्रेन फेरी सर्विस का है जो जर्मनी के पुटगार्डन (Puttgarden) से डेनमार्क के रोदबी (Rødby) तक बाल्टिक सागर (Baltic Sea) के ऊपर से गुजरती है।
यह ट्रेन जमीन पर नहीं चलती, बल्कि एक विशाल फेरी के अंदर चढ़कर समुद्र पार करती है, जो देखने में किसी फिल्मी दृश्य से कम नहीं लगता।

कैसे करती है यह ट्रेन पानी पर सफर?

इस ट्रेन का सफर वाकई अद्भुत है। प्लेटफॉर्म से निकलने के बाद ट्रेन सीधे फेरी के अंदर प्रवेश करती है, जहां उसे फेरी के निचले डेक पर खड़ा किया जाता है।
ऊपरी डेक पर कारें और ट्रक लोड किए जाते हैं। जैसे ही फेरी समुद्र में चल पड़ती है, ट्रेन मानो पानी पर तैरती हुई चल रही हो
यात्रा के दौरान यात्री ट्रेन से उतरकर फेरी के डेक पर घूम सकते हैं, समुद्र की लहरों का आनंद ले सकते हैं, फोटो खींच सकते हैं या डेक पर बैठकर डॉल्फिन देखने का मजा ले सकते हैं।

इतिहास और नाम की दिलचस्प कहानी

इस अनोखी लाइन का नाम “वोगेलफ्लुगलिनी (Vogelfluglinie)” या “Bird Flight Line” रखा गया है।
नाम इसलिए पड़ा क्योंकि यह रास्ता हैम्बर्ग से कोपेनहेगन तक सबसे छोटा और सीधा रूट है — बिलकुल वैसे ही जैसे पक्षी उड़ते हैं।
इस रूट की योजना 1920 के दशक में बनी थी, लेकिन यह 1963 में पूरी हुई।
पहले यह ग्रोसनब्रोडे से गेडसर फेरी के रूप में थी, लेकिन बाद में फेहमर्न आइलैंड ब्रिज बनने के बाद पुटगार्डन-रोदबी रूट शुरू किया गया।

ट्रेन फेरी की खासियतें

  • यह फेरी स्कैंडलाइंस (Scandlines) कंपनी द्वारा संचालित की जाती है।

  • हर 30 मिनट में फेरी चलती है।

  • पूरा सफर सिर्फ 45 मिनट का होता है।

  • ट्रेन के साथ-साथ कारें, बसें और ट्रक भी फेरी पर चढ़ाए जाते हैं।

  • यात्री फेरी पर रेस्तरां में भोजन और ड्यूटी-फ्री शॉपिंग का आनंद ले सकते हैं।

  • सोशल मीडिया पर इसका वीडियो लाखों व्यूज़ और शेयर पा चुका है।

भविष्य की योजना: टनल से बदलेगा सफर

डेनमार्क और जर्मनी अब Fehmarn Belt Tunnel नामक एक विशाल प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं।
यह दुनिया का सबसे लंबा इमर्स्ड टनल (18 किमी) होगा, जो 2029 तक तैयार हो जाएगा।
टनल बनने के बाद ट्रेन को यह सफर करने में सिर्फ 7 मिनट लगेंगे।
हालांकि, इसके शुरू होने के बाद यह ऐतिहासिक फेरी सर्विस बंद हो जाएगी, इसलिए यात्रियों के पास इस अनोखे समुद्री ट्रेन सफर का आखिरी मौका है।

अनोखा अनुभव, जो जीवनभर याद रहेगा

इस ट्रेन सफर का अनुभव न सिर्फ रोमांचक है, बल्कि यह मानव इंजीनियरिंग का एक शानदार उदाहरण भी है।
समुद्र के ऊपर चलती ट्रेन को देखना और उस पर सवार होना — यह एक बार-जीवन में करने वाला अनुभव है, जो दुनिया के किसी और कोने में नहीं मिलेगा।

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