अगर आपसे पूछा जाए कि दुनिया का सबसे पुराना अंडा कितने साल पुराना हो सकता है तो आप क्या कहेंगे? मगर शर्त ये है कि अंडा पूरी तरह से सही सलामत होना चाहिए बाहर से भी और अंदर से भी. क्या आप यकीन करेंगे कि ऐसा अंडा 1700 साल पुराना हो सकता है. पर इंग्लैंड में एक पुरातत्व स्थल की खुदाई में ऐसा ही एक अंडा मिला है जिसको स्कैन करने पर पता चला है कि यह पूरी तरह से सही सलामत है. इतने समय तक अंडे का सुरक्षित रह पाना अपने आप में हैरत में डालने वाला है.
इंग्लैंड के बकिंघमशायर में ऐलिसबरी के बेरीफील्ड में मिले रोमन युग के दौर के समय के इस अंडे के अंदर आज भी तरल पीला और सफेद हिस्सा कायम है. इसकी पड़ताल करने पर पाया गया कि यह अंडा 1700 साल पुराना है. करीब चार सेमी चौड़ा यह अंडा एक पानी से भरे गड्ढे में मिला है.
माना जा रहा है कि इसी कारण से यह अंडा इतनी सदियों तक सुरक्षित बना रहा. जब विशेषज्ञों ने इस का स्कैन किया तब उन्हें पता चला कि अंडा तो अंदर से पूरी तरह से सुरक्षित है. डीजीबी कंजरवेसन की पुरातत्वविद ड़ैना गुजबर्न ब्राउन का कहना है कि इस अंडे के अंदर एक हवा का बुलबुला भी है.
इसी बुलबुले के जरिए ही उन्हें पता चल सका कि अंदर तरल पदार्थ बने हुए हैं. जब उन्होंने देखा अंडा हिलाने पर बुलबुला भी हिलता है. इस जगह पर ऐसे चार अंडे मिले थे, लेकिन इनमें से तीन खुदाई के दौरान टूट गए थे. इस तरह के अंडे पहले भी पुराने रोमन स्थलों में पर मिले हैं, लेकिन इस तरह से पूरा का पूरा अंडा कभी नहीं मिला है.
गुडबर्न ब्राउन का कहना है कि इस तरह से अंडे के अंदर के जैविक पदार्थ भी इतने लंबे समय तक कायम नहीं रहा पाते हैं जब तक कि हालात कुछ अलग ही ना हों और इस वजह से उन तक ऑक्सीजन ना पहुंच रहा हो. माना जा रहा है कि किसी ने अच्छे शगुन के तौर अंडों को एक बास्केट में रख कर छोड़ दिया था. रोमन समाज में अंडा ऊर्वरता और फिर से पैदा पाने के संकेत के तौर देखा जाता था.