
पॉटी तक नहीं करता बर्बाद! अनोखे प्रयोग से बना ‘दुनिया का सबसे कंजूस इंसान’
सोचिए अगर कोई कहे कि वह टॉयलेट पेपर खरीदने की बजाय खुद उगाता है — तो आप शायद हंस पड़ेंगे!
लेकिन अमेरिका के पर्यावरण कार्यकर्ता रॉबिन ग्रीनफील्ड (Robin Greenfield) ने यह कर दिखाया है।
वह टॉयलेट पेपर खरीदने की बजाय ब्लू स्पर फ्लावर (Blue Spur Flower) नामक पौधे के मुलायम पत्तों का इस्तेमाल करते हैं।
रॉबिन ने इसे अपनी ‘Grow Your Own Toilet Paper’ पहल का हिस्सा बनाया है, जो अब हजारों लोगों को प्रेरित कर रही है।
कौन हैं रॉबिन ग्रीनफील्ड?
फ्लोरिडा में रहने वाले पर्यावरण प्रेमी और लेखक रॉबिन ग्रीनफील्ड,
‘फूड फ्रीडम’ किताब के लेखक हैं और जीरो वेस्ट लाइफस्टाइल जीते हैं।
उनके छोटे से बगीचे में उगता है यह अनोखा पौधा,
जो अब उनके परिवार और पड़ोसियों के लिए टॉयलेट पेपर का प्राकृतिक विकल्प बन चुका है।

ब्लू स्पर फ्लावर क्या है?
यह पौधा मिंट फैमिली (Plectranthus Barbatus) से ताल्लुक रखता है।
इसके पत्ते नरम, मजबूत और टॉयलेट पेपर साइज के होते हैं,
जो नमी वाली सुबह में वेट वाइप्स जैसा एहसास देते हैं।
यह पौधा पाकिस्तान से लेकर दक्षिण अफ्रीका तक पाया जाता है
और ब्राजील में ‘बोल्डो’ के नाम से मशहूर है।
कैसे शुरू हुआ यह अनोखा आइडिया?
रॉबिन ने साल 2015 में 10 पर्यावरण-हितैषी टॉयलेट पेपर विकल्पों की सूची शेयर की थी,
जिसमें ब्लू स्पर फ्लावर सबसे ऊपर था।
उन्होंने 2023 में “Grow Your Own Toilet Paper” पहल शुरू की,
जहां 20 डॉलर के डोनेशन पर लोगों को इस पौधे की कटिंग भेजी जाती थी।
इससे जुटाए गए फंड को उन्होंने Food Sovereignty Projects में दान किया।
आसान खेती, बड़ी बचत
यह पौधा बेहद आसान तरीके से कटिंग से उगता है और
कम पानी या खाद में भी तेजी से फैलता है।
सिर्फ दो साल में यह इतना बढ़ जाता है कि
एक परिवार का पूरा साल का टॉयलेट पेपर (409 रोल) बन सकता है।
रॉबिन का दावा है कि यह पौधा जीवनभर में करीब 11,000 डॉलर की बचत करा सकता है।
पर्यावरण के लिए फायदेमंद पहल
अमेरिका में हर साल लगभग 1.5 करोड़ पेड़ सिर्फ टॉयलेट पेपर के लिए काटे जाते हैं।
रॉबिन की इस पहल से यह वन-विनाश और कचरा उत्पादन काफी हद तक घटा है।
पत्तों का इस्तेमाल के बाद इन्हें कंपोस्ट टॉयलेट में डालकर खाद में बदला जा सकता है,
जिससे वॉटर सिस्टम पर दबाव भी नहीं पड़ता।
साथ ही, यह पौधा हमिंगबर्ड्स को आकर्षित करता है और
इसकी मिंटी खुशबू घर के आस-पास ताजगी बनाए रखती है।
सावधानी जरूरी
रॉबिन का कहना है कि इस पौधे का उपयोग पूरी तरह सुरक्षित है,
लेकिन संवेदनशील त्वचा वालों को पहले पैच टेस्ट कर लेना चाहिए,
क्योंकि कुछ लोगों को पत्तों से हल्की खुजली या रैश हो सकते हैं।
पर्यावरण बचाने का रॉबिन का संदेश
रॉबिन ग्रीनफील्ड का कहना है —
“अगर हम अपनी रोजमर्रा की आदतों को थोड़ा बदलें,
तो हम खुद भी धरती को बचाने में बड़ा योगदान दे सकते हैं।”
उनकी इस पहल ने यह साबित कर दिया है कि
प्रकृति के साथ तालमेल बिठाकर जीना न केवल संभव है, बल्कि लाभदायक भी।
