पुराने समय की खौफनाक दास्तान:

अक्सर हम सुनते हैं “पुराने सुहावने दिन,” लेकिन यह जरूरी नहीं कि पुराने दिन हमेशा सुहावने हों। कुछ दिन ऐसे भी होते हैं जो बेहद दर्दनाक और भयावह होते हैं, जिनके बारे में जानकर आज के समय के लोग सिहर जाते हैं। ऐसा ही एक अनुभव एक शख्स ने महसूस किया जब उसने जांजीबार, तंजानिया में एक पुराने गुलामों के तहखाने में कदम रखा। वहाँ उसे ऐसी चीजें देखने को मिलीं जिसने उसके होश उड़ा दिए।

इंस्टाग्राम पर वीडियो के जरिए चौंकाने वाला खुलासा:

इंस्टाग्राम यूजर रसेल (@architect.russell) ने हाल ही में जांजीबार के गुलामों के तहखाने का दौरा किया और वहां का भयावह इतिहास साझा किया। 1800 के दशक में ओमानी अरबों द्वारा अश्वेत गुलामों को इन तहखानों में कैद किया जाता था। उनकी स्थिति अत्यंत दयनीय होती थी और उन्हें बुरी तरह यातनाएं दी जाती थीं। तहखाने की पतली खिड़कियों से बहुत ही कम हवा और रोशनी आती थी, जिससे वहां रहना और भी मुश्किल हो जाता था।

अमानवीय यातनाओं की दास्तान:

गुलामों को तहखानों में बुरी तरह मारा-पीटा जाता था, जिससे उनके शरीर से खून बहता था। उन्हें चेन से बांधकर रखा जाता था ताकि वे भाग न सकें। मल-मूत्र के बीच सोने और रहने की मजबूरी से कई लोग इंफेक्शन के कारण दम तोड़ देते थे। जो जिंदा बचते थे, उन्हें बाजार में बेच दिया जाता था। इस पूरी कहानी ने रसेल को हैरान कर दिया, हालांकि सोशल मीडिया यूजर्स ने इस पर नाराजगी जताई कि इतनी दर्दनाक कहानी सुनाते वक्त वह हंस क्यों रहा था।

इतिहास की कड़वी सच्चाई से सीखने की जरूरत:

जांजीबार के इस तहखाने की कहानी हमें याद दिलाती है कि अतीत में अमानवीयता की चरम सीमा क्या होती थी। आज की पीढ़ी को इन काले अध्यायों से सबक लेने और भविष्य में मानवता के साथ खड़े होने की जरूरत है।

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