रायपुर. राजधानी पुलिस ने शुक्रवार को दो अलग-अलग मामलों में अपराधियों को पकड़कर शहर में उनका जुलूस निकाला. दरअसल, प्रार्थी शेख अबु सिद्दीक ने थाना टिकरापारा में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि वह सेक्टर 4 कमल विहार रायपुर में रहता है एवं एटी ज्वेलर्स में काम करता है. बीते 11 दिसंबर को रात करीबन 10 बजे प्रार्थी का भांजा शेख इस्माइल प्रार्थी के घर के बाहर मोबाईल में बात कर रहा था.
इसी दौरान प्रार्थी को उसके भांजे के चिल्लाने की आवाज आई, जिसे सुनकर प्रार्थी और उसका दूसरा भांजा शेख फारूख दोनों घर के बाहर निकलकर देखे तो कुछ अज्ञात व्यक्ति प्रार्थी के भांजे शेख इस्माईल के साथ गाली गलौच कर उस पर चाकू से वार कर फरार हो गये थे. जिस पर अज्ञात आरोपियों के खिलाफ थाना टिकरापारा में अपराध क्रमांक 766/22 धारा 307, 397, 398, 294, 323, 506, 34 भादवि. धारा 25, 27 आर्म्स एक्ट का अपराध पंजीबद्ध किया गया है.
इसी तरह प्रार्थी गिरीश दुबे ने थाना टिकरापारा में रिपोर्ट दर्ज कराया कि वह संगम पैलेस के पीछे संतोषी विहार बोरियाखुर्द रायपुर में रहता है और इलेक्ट्रेशियन का काम करता है. प्रार्थी दिनांक 15.12.22 के शाम करीबन 07 बजे लालपुर स्थित शराब भठ्ठी गया था. इसी दौरान अज्ञात तीन लड़के वहां आकर प्रार्थी के पेंट की जेब में हाथ डालने लगे.
प्रार्थी द्वारा मना करने पर जबरदस्ती उसके जेब से मोबाईल फोन और नगदी रकम निकाल लिए. प्रार्थी द्वारा विरोध करने पर तीनों लड़को के द्वारा प्रार्थी पर चाकू से हमला कर फरार हो गए. घटना के दौरान तीनों लड़के आपस में अनिल, वासुदेव एवं भूपेन्द्र नाम से बात कर रहे थे. जिस पर आरोपियों के खिलाफ थाना टिकरापारा में अपराध क्रमांक 768/22 धारा 307, 397, 398, 34 भादवि. 25, 27 आर्म्स एक्ट का अपराध पंजीबद्ध किया गया है.
लूट/जानलेवा हमले की उक्त घटनाओं को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल ने गंभीरता से लेते हुए आरोपियों की जल्द गिरफ्तार करने निर्देशित किया. जिसके बाद थाना प्रभारी टिकरापारा के नेतृत्व में थाना टिकरापारा पुलिस द्वारा घटना के संबंध में आहत व आस-पास के लोगों से विस्तृत पूछताछ करते हुए घटना में संलिप्त अरोपियों की पतासाजी करना शुरू किया.
टीम के सदस्यों द्वारा घटना स्थल और उसके आस-पास लगे सी.सी.टी.वी. फुटेजों का अवलोकन करने के साथ-साथ आरोपियों की पतासाजी के लिए प्रकरण में मुखबीर भी लगाए गए. इसी दौरान टीम के सदस्यों को घटना में संलिप्त आरोपी के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी मिली. जिस पर टीम के सदस्यों द्वारा टिकरापारा निवासी वासुदेव निषाद उर्फ छोटू को पकड़ा गया.
मिले साक्ष्यों के आधार वासुदेव निषाद उर्फ छोटू से घटना के संबंध में कड़ाई से पूछताछ करने पर उसके द्वारा अपने भाई भूपेन्द्र निषाद और अपने साथी अनिल विश्वकर्मा के साथ मिलकर उक्त दोनों घटनाओं को अंजाम देना स्वीकार गया. जिस पर टीम के सदस्यों द्वारा घटना में संलिप्त आरोपी भूपेन्द्र निषाद और अनिल विश्वकर्मा की पतासाजी करते हुए उन्हें भी पकड़ा गया. पकड़ने के बाद पुलिस ने इन आरोपियों का जुलूस निकाला और सरे राह आरोपियों से उठक बैठक कराई.