अस्पताल का इलाज हर किसी के बस की बात नहीं होती है. कई बार दुर्घटनाएं बहुत ही ज्यादा महंगी पड़ जाती हैं. आम लोगों के लिए तो यह किसी सदमें से कम नहीं होता है. फिर भी अस्पताल में अगर किसी मरीज को महीनों बाद अगर होश आए तो यह उसके लिए खुशी की ही बात होती है. लेकिन यह खुशी एक शख्स के लिए ज्यादा समय तक नहीं रह सकी, क्योंकि अस्पताल ने होश आने के बाद उसे करीब 22 करोड़ रुपयों का बिल थमा डाला, उसे बिल चुकाने के लिए लोगों से मदद मांगनी पड़ी.
अमेरिका के लॉस वेगास में रहने वाले जॉन पेनिंगटन को 30 साल की उम्र में एक कार दुर्घटना में मस्तिष्क की चोट, फेफड़ों की खराबी और अन्य समस्याओं का सामना करना पड़ा. इससे वह छह महीनों तक कोमा में रहा, लेकिन फिर वह अचानक ही चमत्कारिक रूप से होश में आ गया. उसे अपनी गहरी नींद से कुछ भी याद नहीं है, लेकिन उसे अपने पहले विचार याद हैं.
उन्होंने रेडिट पर बताया, “मैं यह सोचकर उठा कि काम पर जाने का समय हो गया है, लेकिन किसी कारण से, मैंने खुद को अस्पताल में बिस्तर पर बंधा हुआ पाया.जब मैंने उपस्थित नर्स से पूछा कि क्या मैं बाथरूम का उपयोग कर सकता हूं, तो वह रो पड़ी और कमरे से बाहर भाग गई, केवल कुछ मिनट बाद माफ़ी मांगने और यह बताने के लिए वापस आई कि पिछले छह महीनों से, मैं बहुत गंभीर दर्दनाक मस्तिष्क की चोट के कारण कोमा में था.”
शख्स ने रेडिट मंच पर अपनी कहानी साझा की थी.
इसके तुरंत बाद, उन्हें 2 मिलियन पाउंड या 21 करोड़ 62 लाख 65 हजार रुपये से भी अधिक का बिल थमा दिया गया. यह राशि पेनिंगटन के लिए बहुत ही बड़ी थी. एक अपडेट में, जॉन ने बताया कि कैसे उन्होंने अपने इलाज की लागत को कवर करने में मदद के लिए मूल रूप से एक गोफंडमी पेज बनाया था, लेकिन जब इससे कुछ नहीं हो रहा था, तो उनके वकील ने लागत को कवर करने में मदद करने के लिए कदम बढ़ाया.
उन्होंने आगे कहा, “मेरे वकील ने सब कुछ चुकाने में बहुत अच्छा काम किया. जब उन्होंने मुझे बताया कि सब ठीक हो गया तो मुझे राहत मिली. मैं अमीर तो नहीं हुआ, लेकिन अगर यह सोचा जाए कि मुझ पर कितना कर्ज था, तो मैं कुछ हद तक अमीर हो गया.”