छोटी सी लड़की को अपने माता-पिता के पास से हटकर घर के कुत्तों के साथ रहने के लिए छोड़ दिया गया. इसका नतीजा ये हुआ कि वो कुत्तों की तरह ही चलने-भौंकने और ज़मीन में रखकर चीज़ें खाने लगी. कहा जाता है कि इंसान भी जानवरों की तरह ही है, सिर्फ वो समाज में रहता है और उसके अंदर बुद्धि के साथ विवेक भी है, जिसकी वजह से उसे इनसे अलग माना जाता है. अगर इंसानों के बीच से हटाकर उसे बचपन से ही जानवरों के साथ छोड़ दिया जाए, तो वो भी उनकी ही तरह व्यवहार करने लगेगा. आज आपको इससे ही जुड़ी हुई एक महिला की लड़की की कहानी बताएंगे.
एक रिपोर्ट के मुताबिक यूक्रेन की रहने वाली लड़की के साथ जो हुआ, वो बहुत ही अलग था. जब वो छोटी थी, उसे अपने माता-पिता के पास से हटकर घर के कुत्तों के साथ रहने के लिए छोड़ दिया गया. इसका नतीजा ये हुआ कि वो कुत्तों की तरह ही चलने-भौंकने और ज़मीन में रखकर चीज़ें खाने लगी.
मां-बाप ने छोड़ा, कुत्तों ने पाला
ये कहाना ओक्साना मलाया नाम की यूक्रेनियन लड़की है. उसे शराबी पिता और मां ने इसलिए फैमिली डॉग्स के साथ रहने को मजबूर कर दिया क्योंकि वे उसका ख्याल नहीं रख पा रहे थे. दोनों नशे में रहते थे और उनके बहुत सारे बच्चे थे, ऐसे में उन्होंने 3 साल की ओक्साना को घर के कुत्तों के हवाले कर दिया. उसे जब ठंड लगी तो वो कुत्तों के केनेल में गई और फिर उन्हीं के साथ रहने लगी. कुत्तों के साथ रहते हुए ओक्साना की सारी आदतें वैसी ही हो गईं. चाहे चार पैरों पर चलना हो, भौंकना हो, खाना खाना हो या फिर घूमना.
6 साल तक रही कुत्तों के बीच
साल 1991 में ओक्साना को सोशल सर्विस के लोगों ने तब देखा, जब वो 6 साल कुत्तों के साथ रह चुकी थी. वो इंसानों के साथ एडजस्ट तो हो गई लेकिन उसकी बहुत सी आदतें कुत्तों के जैसी ही थीं. अब ओक्साना 43 साल की हो चुकी हैं और वो यूं तो सामान्य लोगों की तरह ही रहती हैं लेकिन उनका कहना है कि जब भी उन्हें अकेला महसूस होता है, वो कुत्तों के साथ समय बिताती हैं. खेतों में काम करने वाली ओक्साना कहती हैं कि वो कई बार चार पैरों पर चलने लगती हैं लेकिन कोई उन्हें देख नहीं पाता.