
दुनिया बहुत बड़ी है और यहां पर तरह-तरह के लोग आपको मिल जाएंगे. कोई दूसरों से एकदम अलग होता है तो कछ लोगों को ऐसी कोई ऐसी बीमारी होती है, जो किसी को समझ ही नहीं आती. ऐसा ही हो रहा है एक इंग्लैंड के मिड वेस्टलैंड में रहने वाली एक लड़की के साथ. दिखने में ये लड़की बिल्कुल सामान्य है, लेकिन कुछ हरी सब्ज़ियों और फलों को खाते ही वो लगभग मौत के करीब पहुंच जाती है.
इस तरह की बीमारियों का पता बचपन में बिल्कुल नहीं चलता है. जब तक कि इससे कोई बड़ा नुकसान न हो, इंसान जान ही नहीं पाता है कि उसे ऐसा कुछ है. क्लोई के साथ भी ऐसा ही था, जिसे एक पीच यानि आड़ू के टुकड़े ने बहुत बीमार कर दिया. उस वक्त जब डॉक्टर ने इस एलर्जिक सिंड्रोम के बारे में उसके परिवार को बताया, तो उनके लिए ये बहुत ही अजीब और चौंकाने वाला था.

सब्ज़ियों और फलों से एलर्जी
इंग्लैंड की रहने वाली 27 साल की क्लोइ राइसबेक (Chloe Raisbeck) को अजीबोगरीब बीमारी है. हाल ये है कि लड़की ने पिछले 20 साल से लड़की ने किसी तरह की हरी सब्ज़ी नहीं खाई है. जनवरी, 2005 में सात साल की उम्र में उसे पता चला कि उसे सब्ज़ियों में पाए जाने वाले खास तत्व से एलर्जी है. उसने पहली बार 7 साल की उम्र में पीच खाया, तो उसकी हालत खराब हो गई.
ये इतना दर्दनाक हो गया कि क्लोई को अस्पताल ले जाना पड़ गया और उसकी ज़िंदगी ने अलग ही मोड़ ले लिया. अब क्लोई 15 अलग-अलग तरह के फल, सब्ज़ियां और नट्स नहीं खा सकती है, जिसमें केले, किवी, गाजर, शिमला मिर्च और बादाम जैसी कॉमन चीज़ें शामिल हैं. हालात ये हैं कि लड़की को अब सब्ज़ियों-फलों को देखकर डर लगता है.
कैसे मैनेज होती है ये बीमारी
क्लोई का कहना है कि अगर वो इनमें से कुछ भी खा लेती है, तो उसके होंठ सूज जाते हैं, गले में खुजली होने लगती है और मुंह के अंदर लंप्स आ जाते हैं. इसकी वजह से उसके लिए खाना-पीना काफी मुश्किल है क्योंकि उसे चीज़ें चुननी पड़ती हैं. इसे ओरल एलर्जी सिंड्रोम कहते है और ये इंसान को मौत के मुंह में धकेल सकती है. क्लोई बताती है कि उसे फलों और सब्ज़ियों से डर सा लगता है. वो खुद इन्हें नहीं खाती और कोई इन्हें खाकर अगर उसे किस भी कर दे, तो भी एलर्जी बढ़ जाती है. फलों-सब्ज़ियों के अपने पोषण को पूरा करने के लिए वो दवाएं लेती है.
