मध्यप्रदेश। Parmacy College : मध्यप्रदेश के इंदौर के एक निजी फार्मेसी महाविद्यालय के परिसर में पूर्व छात्र द्वारा पांच दिन पहले जलाई गईं 54 वर्षीय महिला प्रिंसिपल की शहर के एक अस्पताल में इलाज के दौरान आज सुबह मौत हो गई। पुलिस के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) भगवत सिंह विरदे ने बताया कि सिमरोल थाना क्षेत्र स्थित बीएम कॉलेज ऑफ फार्मेसी के पूर्व छात्र आशुतोष श्रीवास्तव ने महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. विमुक्ता शर्मा को इस संस्थान के परिसर में 20 फरवरी को दिनदहाड़े पेट्रोल डालकर बुरी तरह जला दिया था।

आज सुबह मौत हो गई

पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) भगवत सिंह विरदे ने बताया कि करीब 80 प्रतिशत झुलसीं महिला प्राचार्य अस्पताल में पिछले पांच दिनों से जिंदगी और मौत के बीच झूल रही थीं और चिकित्सकों की तमाम कोशिशों के बावजूद उनकी जान नहीं बचाई जा सकी, और आज सुबह उनकी मौत हो गई। भगवंत सिंह विरदे ने बताया कि पूर्व छात्र आशुतोष श्रीवास्तव को वारदात वाले दिन ही गिरफ्तार कर लिया गया था और फिलहाल वह पुलिस हिरासत में है।

पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) भगवत सिंह विरदे ने बताया कि साजिश के तहत जघन्य वारदात को अंजाम देने के आरोपी के खिलाफ जिला प्रशासन ने शुक्रवार को सख्त राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत मामला दर्ज किया। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि महिला प्राचार्य के बयान के आधार पर आरोपी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 307 (हत्या के प्रयास) के तहत मामला दर्ज किया गया था और प्राचार्य की मौत के बाद इसमें धारा 302 (हत्या) जोड़ी जा रही है।

गौरतलब है कि पुलिस ने वारदात की वजह को लेकर आशुतोष श्रीवास्तव से शुरुआती पूछताछ के हवाले से बताया था कि उसने बी. फार्मा. की परीक्षा जुलाई 2022 में उत्तीर्ण कर ली थी, लेकिन कई बार मांगे जाने के बावजूद बीएम कॉलेज ऑफ फार्मेसी का प्रबंधन उसे उसकी अंकसूची नहीं दे रहा था। बहरहाल, आशुतोष श्रीवास्तव के इस दावे को महाविद्यालय प्रबंधन गलत बता रहा है। प्रबंधन का कहना है कि कथित तौर पर आपराधिक प्रवृत्ति का यह पूर्व छात्र कई बार सूचना दिए जाने के बाद भी अपनी अंकसूची लेने महाविद्यालय नहीं आ रहा था।

ASI को किया गया सस्पेंड

पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) भगवत सिंह विरदे ने बताया कि हमारे संज्ञान में आया है कि प्रिंसिपल के परिजनों ने पहले इस मामले में तीन आवेदन पत्र दिए थे। पत्र में परिजनों ने बताया था कि वो (आशुतोष श्रीवास्तव) आत्महत्या करना चाहता है। एसपी ग्रामीण ने कहा कि वो अगर ऐसा कुछ करता है तो उनकी कोई जिम्मेदारी नहीं होगी। ये मामला ASI संजीव तिवारी के पास था। उन्होंने जांच में लापरवाही की, जिस कारण हमने उन्हें निलंबित कर दिया है. आरोपी से पूछताछ की जा रही है।

वहीं मृतक महिला प्रिंसिपल की बेटी देवांशी ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से पूछा (Parmacy College) कि एक बेटी, एक भांजी आपसे पूछ रही है कि मेरी मां को जिसने जिंदा जला दिया, उसके घर पर आपका बुलडोजर कब जाएगा? आपके कानून पर भरोसा करने की सजा हम भुगत रहे हैं।

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