धमतरी। सुबह सुबह शहर की सड़कों में भालू दिखने पर हड़कंप मच गया। सड़क पर भालू देखकर लोग इधर उधर भाग रहे थे। बच्चों को परिजनों ने भालू के डर से आज स्कूल भी जाने नहीं दिया। भालू की सूचना पर मौके पर फॉरेस्ट की टीम पहुंची और भालू की तलाश की जा रही है। राजधानी रायपुर से भालू के लिए ट्रैंकुलाइजर मंगाया गया है ताकि उसकी निगरानी रखी जा सके। बताया जा रहा है कि पिछले कुछ दिनों से धमतरी के रुद्री, गंगरेल, कोटाभर्री सहित कुछ क्षेत्रों में भालू की हलचल देखी गई थी। इसी तरह से विचरण करते हुए भालू शहर में भी आ पहुंचा है। आज सुबह भालू को मोटर स्टैंड वार्ड के गुरुद्वारा के पीछे भालू को देखा गया था। जिसके बाद इसकी सूचना वन विभाग को दी गई।भालू के डर से बच्चों को स्कूल नहीं जाने दिया।
धमतरी शहर में पहली बार एक भालू ने दस्तक दी जो जंगल से होते हुए नवागांव पहुंच कर शहर के ह्रदय स्थल गोलबाजार के पीछे मोटरस्टैंड वार्ड में आ घुसा और वही एक बोन्ड्रीवाल मे जा फंसा। आसपास के लोगो को जब भयानक आवाज आई तो करीब सुबह 6 बजे कुछ लोगो ने उसे भागते हुए देखा तभी सभी को पता चला कि हमारे वार्ड में भालू आ घुसा है जोकि इधर उधर भागते हुए एक बोन्ड्रीवाल मे फस गया है तभी कुछ लोगो के द्वारा वन विभाग को इसकी सूचना दी गई सूचना प्राप्त होते ही वन विभाग अपने टीम के साथ सूचना स्थान पर पहुचा जहा उनके द्वारा खोजबीन किया गया।
तभी वहां भालू बैठा हुआ दिखाई दिया, वन विभाग ने बताया कि इसे रेस्क्यू करने रायपुर के टीम को सूचित करने के बाद रायपुर की टीम 3 से 4 घण्टा में पहुंच कर घटना स्थल पर भालू की स्थिति का जायजा लेकर उसे ट्रेंक्यूलाइज करने उस पर इंजेक्शन लगाया गया तब जाकर 10 से 15 मिनट के बाद उसे उस बोन्ड्रीवाल से बाहर निकाला गया तथा पिंजरे में डाल कर सकुशल नगरी क्षेत्र के वन परिक्षेत्र में छोड़ दिया जाएगा।
रेस्क्यू में सभी प्रशासनिक अधिकारियों व कर्मचारियों ने बहुत मेहनत किये तथा सभी के द्वारा मिल कर बड़ा हादसा होने से रोक लिया गया।लोगो का कहना है कि अगर वनविभाग द्वारा इसे रेस्क्यू नही किया जाता तो बड़े हादसे हो सकते थे, वन विभाग से डीएफओ समा फारूकी जिला पुलिस प्रशासन से अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मधुलिका सिंह द्वारा लगातार मामले पर नजर बनाए हुए देखा गया है सभी की सुरक्षा के मद्देनजर प्रशासन के टीम को भी तैनात किया गया था।