मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर / मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर में शुक्रवार को नर्स के साथ सामूहिक रेप किया। हैवानियत इतनी कि, पहले युवती को बांध दिया, और फिर उसके बाद गैंगरेप किया गया। 24 घंटे के भीतर 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि एक आरोपी अब भी फरार है। पूरी घटना छिपछिपी गांव के झगराखांड थाना क्षेत्र की है।
झगराखांड थाना प्रभारी दीपेश सैनी के मुताबिक, पीड़ित नर्स ग्राम पंचायत पाराडोल की रहने वाली है। वह रोज 5 किलोमीटर दूर छिपछिपी के उप स्वास्थ्य केंद्र में ड्यूटी के लिए सुबह 10 बजे आती है। उप स्वास्थ्य केंद्र परिसर में ही पूर्व माध्यमिक शाला, आंगनबाड़ी और ग्राम पंचायत भवन भी है। दिवाली के त्योहार की छुट्टियां 21 अक्टूबर से स्कूल में दे दी गई है, इसलिए शुक्रवार को स्कूल और आंगनबाड़ी बंद थे। वहीं सरपंच अंगद सिंह ने बताया कि वे और सचिव भी दोपहर 12-1 के करीब कार्यालय में ताला लगाकर घर चले गए थे।
नर्स वहां अकेली ही बच गई थी। वैसे तो उप स्वास्थ्य केंद्र छिपछिपी में 3 लोग पदस्थ हैं, लेकिन फिलहाल दो कर्मचारियों को कहीं और अटैच किया गया है। थाना प्रभारी दीपेश सैनी के मुताबिक, कल दोपहर 3 बजे 5 आरोपी उप स्वास्थ्य केंद्र में आए। इन्होंने नर्स को बंधक बना लिया। उसके हाथ-पैर बांध दिए और गैंगरेप को अंजाम दिया। 2 घंटे के बाद शाम के 5 बजे उसके हाथ-पैर खोल दिए और घटना की सूचना किसी को भी नहीं देने की धमकी देकर उसे वहां से जाने के लिए कह दिया।
पीड़ित नर्स जैसे-तैसे अपनी स्कूटी से अपने घर पाराडोल पहुंची, और परिवार को पूरी जानकारी दी। इसके बाद परिवार वालों के साथ झगराखांड थाने पहुंचकर केस दर्ज करवाया गया। उप स्वास्थ्य केंद्र में दिनदहाड़े इतनी बड़ी वारदात के हो जाने से पुलिस भी सकते में आ गई। चूंकि पांच में से 4 आरोपी छिपछिपी गांव के ही रहने वाले हैं, इसलिए नर्स ने उनके नाम बता दिए।
इनमें से एक नाबालिग है, जबकि पांचवां आरोपी खड़गवां जनपद पंचायत के कौड़ीमार गांव का है। नर्स ने बताया कि आरोपियों ने गैंगरेप की वारदात का वीडियो भी बना लिया है। इधर गांव में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है, ताकि कोई अप्रिय स्थिति नहीं बने। पुलिस ने फिलहाल आरोपियों के नाम का खुलासा नहीं किया है। मौके पर आला अधिकारी भी पहुंचे हैं। फिलहाल घटना की जांच की जा रही है।