भिलाई [न्यूज़ टी 20] | Tejas Express: भारतीय रेलवे ने महत्वाकांक्षी योजना के तहत Tejas ट्रेनों का संचालन निजी ऑपरेटर्स के हाथों में दिया था। रेलवे की तरफ से यह प्रयोग पहली बार किया गया था। लेकिन रेलवे की यह योजना सही तरीके से काम नहीं कर पाई और इस ट्रेन के संचालन से 63 करोड़ रुपये के नुकसान की बात सामने आई। अभी दिल्ली से लखनऊ और मुंबई से अहमदाबाद रूट पर तेजस ट्रेन का संचालन होता है। पिछले दिनों दिल्ली से लखनऊ के लिए चलने वाली तेजस के 27.52 करोड़ रुपये के घाटे में चलने की बात सामने आई।
घाटे में चल रही इस ट्रेन को होगा फायदा –
लेकिन अब वित्त मंत्रालय के व्यय विभाग ने ऐसा प्लान तैयार किया है, जिससे घाटे में चल रही इस ट्रेन को फायदा होगा। Finance Ministry के सर्कुलर के अनुसार अब केंद्रीय कर्मचारी ऑफिशियल दौरे के दौरान तेजस ट्रेन से सफर कर सकेंगे। सरकार की तरफ से मिली मंजूरी के बाद सरकारी कर्मचारी आधिकारिक दौरे, ट्रेनिंग, ट्रांसफर और रिटायरमेंट आदि से जुड़ी चीजों के लिए तेजस का सफर कर सकेंगे।
शताब्दी वाली सुविधाएं ही मिलेंगी –
फाइनेंस मिनिस्ट्री की तरफ से जारी सर्कुलर में यह भी कहा गया कि तेजस एक्सप्रेस (Tejas Express) में यात्रा करने के दौरान उन्हें वहीं सुविधाएं मिलेंगी, जो शताब्दी में सफर के दौरान मिलती थीं। 2017 के आदेश के अनुसार सरकारी अधिकारियों को प्रीमियम ट्रेनों / प्रीमियम तत्काल ट्रेनों से सफर की अनुमति दी गई थी।
कौन किस श्रेणी में यात्रा करने के लिए पात्र –
पे मैट्रिक्स में पे लेवल 12 और इससे ऊपर : एग्जिक्यूटिव / एसी Ac 1st Class / प्रीमियम तत्काल / सुविधा / शताब्दी / राजधानी ट्रेन.
पे मैट्रिक्स में पे लेवल 6 और इससे ऊपर : AC 2nd Class / चेयर कार (शताब्दी ट्रेन)
पे मैट्रिक्स में पे लेवल 5 और इससे ऊपर : AC 3rd Class / चेयर कार