बलौदाबाजार। जिले के ग्राम जारा में पति-पत्नी ने एक ही फंदे से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पति ग्राम मुसुवाडीह स्कूल में टीचर था, जो रोज अपने गांव से वहां आना-जाना करता था। आत्महत्या की खबर फैलते ही मौके पर लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई है। पुलिस मौके पर पहुंचकर जांच में जुट गई है। मामला पलारी थाना क्षेत्र का है।
जानकारी के मुताबिक, रामेसर वर्मा (30) ग्राम मुसुवाडीह के शासकीय स्कूल में शिक्षक था। वो अपनी पत्नी हेमलता वर्मा के साथ ग्राम जारा में पंडित दीवान के मकान में किराए से रहता था। दोनों यहां एक साल से रह रहे थे। व्यक्ति मूल रूप से बलौदाबाजार जिले के नवागांव मल्लाहार का रहने वाला है और नौकरी के चलते यहां रहता था।
रामेसर और लता की शादी करीब 6 साल पहले हुई थी, उनकी कोई संतान नहीं है। बुधवार रात लता ने अपने पिता अशोक वर्मा को फोन कर रहा था कि वो तत्काल जारा गांव आ जाएं। जब गुरुवार सुबह लड़की के दादा और पिता बेटी के घर पहुंचे, तो दरवाजा अंदर से बंद था। उन्होंने बेटी-दामाद को कॉल लगाया, लेकिन दोनों का मोबाइल स्विच ऑफ बता रहा था।
दादा और पिता ने खिड़की से झांककर देखा, तो बेटी-दामाद एक ही फंदे पर फांसी से लटकते मिले। इसके बाद उन्होंने पड़ोसियों को जानकारी दी। मौके पर भीड़ जमा हो गई। लोगों की मदद से दरवाजा तोड़ा गया। इस बीच जानकारी मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों शवों को फांसी के फंदे से नीचे उतारा।
लोगों ने घटना की जानकारी पुलिस को दी। मौके पर पुलिस ने पहुंचकर घटनास्थल का जायजा लिया और शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवाया। महिला के पिता ने बताया कि पति-पत्नी के बीच किसी बात को लेकर सामान्य विवाद हुआ था, लेकिन दोनों ने खुदकुशी क्यों कर ली, इस बात का उन्हें भी पता नहीं है। अशोक वर्मा ने बताया कि बेटी ने कल रात फोन कर उन्हें बुलाया था, लेकिन उनके आने से पहले ही उसने पति के साथ जान दे दी।