भिलाई IIT में छात्र की संदिग्ध मौत से मचा हंगामा
दुर्ग। भिलाई IIT में एमपी के नर्मदापुरम निवासी छात्र सौमिल साहू की अचानक मौत से कैंपस में हड़कंप मच गया। छात्रों ने प्रबंधन और हेल्थ सेंटर पर गंभीर लापरवाही के आरोप लगाए हैं। बताया जा रहा है कि सौमिल ने कई बार हेल्थ सेंटर का रुख किया, लेकिन डॉक्टर अनुपस्थित रहे। अब IIT प्रशासन ने जिम्मेदार डॉक्टर को तत्काल निलंबित कर दिया है।
बिना जांच किए दवा देने का आरोप
छात्रों का आरोप है कि जब सौमिल को डॉक्टर मिला भी, तो बिना जांच किए केवल पैरासिटामॉल और ओआरएस देकर वापस भेज दिया गया। अगले ही दिन उसकी तबीयत बिगड़ गई और उसने दम तोड़ दिया। इस घटना के बाद से IIT कैंपस में छात्रों का आक्रोश लगातार बढ़ रहा है।
दीक्षांत समारोह में व्यस्त था पूरा प्रशासन
घटना के दिन यानी 10 नवंबर को IIT भिलाई में दीक्षांत समारोह चल रहा था, जिसकी वजह से पूरा प्रशासन कार्यक्रम की तैयारियों में व्यस्त था। इसी दौरान दो छात्रों की तबीयत बिगड़ी — जिसमें एक की मौत हो गई और दूसरा अब ICU में भर्ती है, हालांकि उसकी हालत अब स्थिर बताई जा रही है।
छात्रों के विरोध के बाद बनी जांच कमेटी
लगातार बढ़ते विरोध को देखते हुए IIT प्रबंधन ने 9 सदस्यीय फैक्ट फाइंडिंग कमेटी का गठन किया है। इसमें AIIMS रायपुर के डॉक्टर, जिला प्रशासन के प्रतिनिधि और छात्र प्रतिनिधि शामिल हैं। यह कमेटी 15 दिनों में अपनी जांच रिपोर्ट सौंपेगी।
IIT प्रशासन का पक्ष
IIT के निदेशक ने कहा कि छात्रों की तीन प्रमुख मांगों को तुरंत मान लिया गया है। उन्होंने बताया कि ऑक्सीमीटर और BP मशीन पूरी तरह कार्यरत थीं, लेकिन छात्र की नब्ज न चलने के कारण नर्स को भ्रम हुआ। साथ ही, एम्बुलेंस को 9:23 पर कॉल किया गया था और 9:55 पर छात्र अस्पताल पहुंच गया था। डॉक्टर को सस्पेंड कर दिया गया है ताकि निष्पक्ष जांच हो सके।
जांच से तय होगी जिम्मेदारी
कमेटी यह जांच करेगी कि छात्र की मौत में किसकी लापरवाही थी, मेडिकल सेंटर की व्यवस्था में क्या सुधार की आवश्यकता है, और भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न हों इसके लिए क्या कदम उठाए जाने चाहिए।