रायपुर। महासमुंद के नेशनल हाइवे 353 में ग्राम पतेरापाली के जय गुरुदेव मानस आश्रम में कई शैतानी आत्माएं कैद हैं। इन्हीं शैतानी आत्माओं को भगाने, उन्हें बंधक बनाने के नाम पर आश्रम में डराने-धमकाने का खेल पिछले कई वर्षों से जारी था। अपनी समस्या लेकर निदान की आस में आश्रम आने वालों को आश्रम का कथित गुरू और सेवादार मिलकर शैतानी आत्मा के नाम पर डराते थे।

इन शैतानी आत्माओं को भगाने और उससे छुटकारा दिलाने के नाम पर उनसे मोटी रकम वसूलते थे। जय गुरूदेव मानस आश्रम पतेरापाली कुछ दिन पहले हुई नाबालिग से मारपीट के मामले से सुर्खियों में आए आश्रम परिसर से एक पॉकेट डायरी मिली है। इस डायरी के पन्नों में शैतानी आत्माओं को बांधने का जिक्र किया गया है। डायरी में बकायदा स्थान के नाम के साथ शैतानी आत्मा को आश्रम के किस हिस्से में बांधकर रखा गया है, इसका भी उल्लेख किया गया है। इधर, डायरी के सामने आने के बाद बागबाहरा पुलिस ने इस मामले को भी जांच में शामिल कर रही है।

तीन मुंह वाला शैतान यज्ञ स्थल पर

डायरी के पन्ने में जिन शैतानों को बांधने का उल्लेख है उसमें तीन मुख वाला शैतान भी शामिल है। डायरी में दर्ज जानकारी के अनुसार ग्राम रामखेड़ा से तीन मुंह के शैतानी आत्मा को आश्रम लाया गया और यज्ञ स्थल में रखा गया है। इसी तरह साल 2012 की 14 जुलाई का जिक्र करते हुए हाथ से एंट्री की गई है कि ग्राम रामखेड़ा से ही दो आत्माओं को लाया गया और मंदिर के पीछे पेड़ पर बांधकर रखा गया है। महासमुंद के झलप चौक से चार मटिया को यज्ञ स्थल में मेन रोड किनारे अलग-अलग जगह बांधकर रखने का उल्लेख भी इस पॉकेट डायरी में है।

डराने के खेल में वसूलते थे मोटी रकम

आश्रम में चल रहे इस डराने धमकाने के खेल में यहां आने वालों से मोटी रकम वसूली जाती थी। आश्रम का ऐसा कोई भी कोना नहीं है, जहां ऑनलाइन पेमेंट के लिए बारकोड नजर नहीं आएगा। आश्रम में प्रवेश से लेकर भीतरी हिस्से में भी बारकोड लगाया गया है। महासमुंद के पुलिस अधिकारी जल्द ही आश्रम के आय-व्यय को लेकर भी जांच कराने की बात कह रहे हैं।

की जाएगी डायरी के पन्ने की जांच-एसपी

इस मामले में महासमुंद के एसपी धर्मेंद्र सिंह छवई ने कहा कि आश्रम स्थल से डायरी के पन्ने मिले हैं, उसकी जांच की जा रही है। जिस दिन नाबालिग को पीटा गया, उसी दिन एक महिला के मौत की जानकारी भी मिली है। मामले में परिजनों से पूछताछ की जा रही है। आखिर महिला की मौत कैसे हुई और इसकी जानकारी थाने में क्यों नहीं दी गई। यही नहीं एसपी ने कहा कि यदि आश्रम से संबंधित कोई भी जानकारी हो तो पुलिस से जरूर साझा करें, ताकि उन पहलुओं को भी जांच में लिया जा सके।

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