रायपुर। छत्तीसगढ़ की विष्णुदेव साय सरकार धर्मांतरण के खिलाफ सख्त कानून लाने पर विचार कर रही है। डिप्टी सीएम अरुण साव ने इसके संकेत दिए हैं। भाजपा राज्य में धर्मांतरण के आरोप लगाती रही है। दिग्गज भाजपा नेता स्व. दिलीप सिंह जूदेव धर्मांतरितों के लिए घर वापसी अभियान चलाते रहे हैं। फिलहाल उनके पुत्र प्रबल प्रताप सिंह जूदेव घर वापसी अभियान चला रहे हैं। वे अब तक करीब 10 हजार से ज्यादा लोगों की घर वापसी करवा चुके हैं। इधर, हनुमंथ कथा के लिए रायपुर पहुंचे बागेश्वर बाबा पंडित धीरेन्द्र शास्त्री ने आज एक हजार धर्मांतरितों की वापस हिंदू धर्म में वापसी करवाई। इनमें 251 परिवारों के लोग शामिल थे। इन दिनों प्रदेश में धर्मांतरण का मुद्दा छाया हुआ हैं। भाजपा और कांग्रेस इस मामले को लेकर आमने-सामने हैं। पक्ष और विपक्ष एक-दूसरे पर गंभीर आरोप लगा रहे हैं। दोनों ही दलों का दावा हैं कि उनकी सरकारों में इसे रोकने सख्त कदम उठाएं हैं। कांग्रेस ने कहा कि भाजपा के शासनकाल में आदिवासी क्षेत्रों में चर्चों का निर्माण हुआ तो वही सत्ताधारी भाजपा सीधे तौर पर कांग्रेस को धर्मांतरण के लिए जिम्मेदार ठहरा रही हैं। वही अब इस पूरे मामले पर नया अपडेट सामने आया हैं। छत्तीसगढ़ की साय सरकार धर्मांतरण के खिलाफ कानून लाने पर गंभीरता से विचार कर रही हैं। इस बारे में डिप्टी सीएम अरुण साव ने मीडिया में बयान दिया हैं। उन्होंने संकेत दिया है कि उनकी सरकार प्रदेशभर में धर्मांतरण को रोकने कानून ला सकती हैं। उन्होंने दावा किया कि धर्मांतरण रोकने के लिए भाजपा की सरकार हर वह उपाय करेगी जिससे धर्मांतरण को रोका जा सके। साव ने कहा कि छत्तीसगढ़ की डेमोग्राफी न बदले, संस्कृति सभ्यता है उसे पर किसी तरह का विपरीत प्रभाव न पड़े यह भी उनकी सरकार की कोशिश होगी। उनकी सरकार इस नाते भी धर्मांतरण रोकने के लिए सरकार हर उपाय करेगी। ‘घर’ लौटने पर जताई खुशियां राजधानी रायपुर में हनुमंथ कथा के लिए पहुंचे बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर पंडित धीरेन्द्र कुमार शास्त्री ने आज एक हजार धर्मांतरित लोगों की हिंदू धर्म में वापसी कराई। घर वापसी करने वाले 251 परिवार के लगभग 1 हजार धर्मांतरित लोगों ने हिंदू धर्म में वापसी पर प्रसन्नता जाहिर की। उनका कहना था कि अपने घर लौटकर वे राहत महसूस कर रहे हैं। घर वापसी करने वाले परिवारों के सभी सदस्य आज बागेश्वर बाबा के कार्यक्रम में पहुंचे। रायपुर में बागेश्वर बाबा की कथा का कल अंतिम दिन था। आज 28 जनवरी से पंडित धीरेन्द्र शास्त्री कवर्धा में हनुमंत कथा करेंगे। कवर्धा में कथा सुनाएंगे धीरेन्द्र शास्त्री गौरतलब है कि प्रबल प्रताप सिंह जूदेव ने अखिल भारतीय घर वापसी के लिए प्रयास किए हैं। पंडित धीरेंद्र कुमार शास्त्री का हनुमंत कथा सुनने के लिए छत्तीसगढ़ के राजधानी के अलावा कई जिलों से लोग आए थे। इस कार्यक्रम का आयोजन समाजसेवी और एक्स आर्मी फाउंडेशन बसंत अग्रवाल की ओर से किया गया। राजधानी रायपुर में हनुमत कथा समापन पश्चात आज से पंडित धीरेंद्र कुमार शास्त्री कवर्धा में कथा करेंगे। कथा का आयोजन स्थल ग्राम घोठीया में 28 से 30 जनवरी तक होगा। इस कथा में लाखो की संख्या में लोगों के शामिल होने की उम्मीद है। हालांकि अभी करीब साढ़े चार लाख लोगों के ही बैठने की व्यवस्था की गई है। जिसके लिए बड़े-बड़े डोम तैयार किए गए हैं। इसके साथ ही इस कथा में आए लोगों के वाहनों के पार्किंग की भी अलग से व्यवस्था की है। वहीं जारी किए शेड्यूल के अनुसार 28 जनवरी को शाम 4 से 7 बजे तक कथा सुनाएंगे। जिसके बाद 29 को सुबह 10 से दोपहर 01 बजे व इसी दिन शाम 4 बजे से 7 के बीच अपना दिव्य दरबार भी लगाएंगे। इस प्रकार वह 30 जनवरी को शाम 4 से 7 बजे तक हनुमंत कथा सुनाएंगे। दबाव नहीं, अपनी इच्छा से लौटे घर बागेश्वर धाम वाले पं. शास्त्री ने लाखों लोगों के समक्ष हिंदू धर्म में वापसी करने वाले लोगों से पूछा कि क्या वे किसी के दबाव में घर वापसी कर रहे हैं? इस पर अनेक लोगों ने कहा कि उन पर कोई दबाव नहीं है, सनातन धर्म में उनकी आस्था है। वे बहकावे में आकर दूसरे धर्म में चले गए थे, अब अपनी इच्छा से वापस अपने हिंदू धर्म में लौट रहे हैं। गौरतलब है कि घर वापसी करने वालों में 4 अल्पसंख्यक भी शामिल थे। बाकी के सभी परिवार इसाई थे। समारोह में मतांतरित लोगों के चरण धुलवाकर, भगवा गमछा पहनाकर, गंगाजल का पान करवाकर घर वापसी कराई गई। आदिवासियों में ‘राजाजी’, ‘कुमारसाहेब’, ‘बाबा’ और ‘मामा’ कहे जाने वाले जशपुर रियासत के राजा दिलीप सिंह जूदेव मतांतरितों की घर वापसी का चेहरा रहे हैं। अब उनके पुत्र प्रबल प्रताप इस अभियान को आगे बढ़ा रहे हैं। हिंदू धर्म स्वीकारने यूपी से आया मिर्जापुर, उत्तर प्रदेश के मोहम्मद अकबर ने हिंदू धर्म स्वीकार करते हुए कहा कि मैं बागेश्वर धाम वाले पं.धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री से प्रभावित हूं। अब सनातन धर्म के नियमों का पालन करूंगा। चंगोराभाठा निवासी शमीम ने कहा कि पत्नी हिंदू हैं, रोज पूजा-पाठ करतीं हैं, पत्नी की निष्ठा को देखकर मुझे हिंदू धर्म अपनाने की प्रेरणा मिली। उनके साथ पुत्र, पुत्री ने भी हिंदू धर्म स्वीकारा। कथा पंडाल में 21 निर्धन कन्याओं का निश्शुल्क विवाह कराया गया। सभी को घर-गृहस्थी की सामग्री उपहार स्वरूप दी गई। प्रदेश में मिशनरी संस्थाओं ने पिछले कुछ सालों में हजारों लोगों को बहकाकर मतांतरण करवा लिया है। उन सभी लोगों को घर वापस लाएंगे। सरगुजा, जशपुर, रायगढ़, कोरबा, धमतरी, सक्ती, रायपुर समेत अन्य शहरों के 251 परिवारों के एक हजार सदस्यों ने घर वापसी की। साथ ही मुस्लिम समाज के दो परिवारों शमीम, सोनिया, पल्की और मिर्जापुर के मोहम्मद अकबर ने हिंदू धर्म अपनाया।
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