दुर्ग / पद का दुरुपयोग करने और विभागीय गोपनीयता भंग करने के कारण एसपी जितेंद्र शुक्ला ने एक आरक्षक को सस्पेंड कर दिया है. पुलिस लाइन में पदस्थ सिपाही विवेक पोद्दार पर यह कार्रवाई नार्कोटिक्स एक्ट और आर्म्स एक्ट के मामले में की गई है. आरक्षक को पुलिस लाइन में अटैच किया गया है.
दुर्ग एसपी जितेंद्र शुक्ला ने 23 अगस्त को आरक्षक विवेक पोद्दार का सस्पेंशन आदेश जारी किया है. आदेश में लिखा गया है कि थाना छावनी में पंजीबद्ध नार्कोटिक्स एक्ट और आर्म्स एक्ट के मामले में इसकी भूमिका संदिग्ध पाई गई थी. उसने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए विभागीय गोपनीयता को भंग किया था. इसी मामले में जांच के चलते आरक्षक पर कार्रवाई की गई है.
पुलिस विभाग के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक जिस मामले में विवेक को स्पेंड किया गया है, वह साल 2020 का मामला है. इसने दीपक नेपाली नाम के 307 के आरोपी को फायदा पहुंचाने के लिए भाजपा नेता की गाड़ी में गांजा और पिस्टल रखकर खुद पकड़ा था. उस समय पोद्दार सुपेला थाने में पदस्थ था, लेकिन इसने बिना बड़े अधिकारियों को जानकारी दिए खुद ही गांजा और हथियार सहित गाड़ी को पकड़ना दिखाकर छावनी पुलिस के हवाले किया था.
विवेक पोद्दार पर एक आठ साल की नाबालिग बच्ची के साथ अश्लील हरकत करने का भी आरोप लगा है. बच्ची के परिजनों ने दुर्ग एसपी से लिखित शिकायत देकर न्याय की गुहार लगाई थी. उन्होंने आरोप लगाया है कि पुलिस लाइन में पदस्थ आरक्षक विवेक पोद्दार पावर हाउस के आसपास रहने वाली महिलाओं व युवतियों के साथ छेड़खानी करता है. बच्ची ने एसपी को बताया कि 14 जुलाई 2024 को वो अपनी मां के साथ शौचालय जा रही थी. उसी समय आरक्षक विवेक फोद्दार ने उसका हाथ पकड़ा और अपने साथ ले जाने लगा. आरक्षक ने बच्ची के साथ छेड़खानी की, जब मां बेटी चिल्लाई तो वो वहां से भाग गया.
विवेक पर यह भी आरोप है कि वो पुलिस विभाग में पदस्थ रहने के बाद भी आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों के साथ अधिक नजदीकियां रखता है. विवेक छावनी और वैशाली नगर थाने के निगरानी बदमाश और महादेव सट्टा चलाने वाले दीपक नेपाली का खास दोस्त है. उसी की दोस्ती के चलते वो सुपेला थाने और पुलिस लाइन में पदस्थ रहने के बाद भी अधिकतर समय पॉवर हाउस में काटता था.