भिलाई। गुरुवार को प्रदेश के पुलिस मुखिया अर्थात डीजीपी अशोक जुनेजा दुर्ग रेंज के पुलिस अधीक्षकों की साढ़े चार घण्टे तक मैराथन बैठक लेकर दुर्ग पुलिस की कार्यप्रणाली पर नाराजगी जताते हुए लॉ एंड ऑर्डर को लेकर दुर्ग एसपी सहित बैठक में मौजूद कई पुलिस अधिकारियों को फटकार लगाई थी। उसी का परिणाम था कि शुक्रवार के देर रात जिले के पुलिस अधीक्षक डॉक्टर अभिषेक पल्लव स्वयं सड़क पर उतरे और देर रात सड़क पर दौड़ रही कारो को रोककर यह जांच की की कहीं चालक ने शराब तो नही पी रखी है अथवा शराब के नशे में तो नही है और कार चालक सीट बेल्ट लगाया है कि नहीं।
इस दौरान एक डॉक्टर सहित कई लोग जांच में फंसे लेकिन एसपी साहब ने उन्हें हड़काते हुए पहली गलती है समझाइश देकर छोड़ दिया। यहां तक तो सब ठीक है लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति बनने से रोकने जब स्थानित स्तर पर थाने की पुलिस असफल साबित होती है तो उच्च अधिकारी को व्यवस्था सुधारने सड़क और उतरना पड़ता है। शुक्रवार की रात हुई कार्यवाही की चर्चा शनिवार को दिनभर शहर में होती रही कि भिलाई के एक वरिष्ठ पार्षद के दोस्त भी इस जांच के दायरे में आ गए उस समय वरिष्ठ पार्षद भी उसी कार में बैठे थे। एसपी ने कार चालक को संबोधित करने हुए काफी कड़े अंदाज में समझाया मगर इसी दौरान उनकी जुबान फिसल गई और उन्होंने असंसदीय भाषा का उपयोग कर दिया। हम एसपी साहब द्वारा कहे गए असंसदीय भाषा का न समथर्न करते हैं और न ही यह पुष्टि करते है उक्त असंसदीय भाषा का उपयोग एसपी साहब ने की है, वीडियो सामने है।