बिलासपुर / ग्राम पंधी निवासी संतोष कुमार निषाद पिता स्व.बुधियार निषाद (45) राज मिस्त्री है। उनका रतनपुर स्थित पंजाब नेशनल बैंक में एकाउंट है। 31 अक्टूबर की दोपहर करीब 3 बजे वे अपने एकाउंट से 50 हजार रुपए निकालने के लिए बैंक आए थे और विड्राल फॉर्म जमा करके बैठे थे। इसी दौरान दो लोग आए और उनसे पेन मांगा।
इसके बाद संतोष ने पैसे निकाले और घर जाते समय अपना पेन मांगा तो उन्होंने कहा उनके पास 4 लाख 50 हजार रुपए है। उन्हें बैंक में जमा करना है। कहा वे अपने साथी को बस में बिठाकर वापस आकर इस रकम को बैंक में जमा करेंगे। उन्होंने राजमिस्त्री से सहयोग मांगा और कमीशन का लालच दिया। दोनों उन्हें बैंक के बाहर ले गए। महामाया चौक के पास उन्होंने काफी मोटा रुमाल थमाया। बताया उसमें 4 लाख 50 हजार रुपए है।
महामाया चौक से आगे जाने के बाद उन्हें लालच देकर 50 हजार रुपए ले लिए और बैंक के पास मिलने के लिए कहा। राजमिस्त्री बैंक के पास आ गए। काफी देर तक दोनों का इंतजार करते रहे पर वे नहीं आए। उन्होंने रूमाल खोलकर देखा तो उसमें पैसे नहीं था। केवल कागज के टुकड़ों के बंडल थे।