
चाकघाट में हुआ असामान्य बच्चे का जन्म, देखने वालों के उड़े होश
रीवा ज़िले के चाकघाट सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में एक महिला ने ऐसे बच्चे को जन्म दिया, जिसकी शारीरिक बनावट आम नवजातों से बिल्कुल अलग थी। बच्चे की त्वचा फटी हुई थी और आंखें बाहर की ओर निकली हुई थीं, जिसे देखकर डॉक्टर भी चौंक गए। बच्चे को तत्काल रीवा के संजय गांधी मेमोरियल अस्पताल (SGMH) के ICU में भर्ती किया गया है।
दुर्लभ जेनेटिक बीमारी: हर्लीक्विन इचथियोसिस से पीड़ित नवजात
रीवा मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों के अनुसार, यह बच्चा एक दुर्लभ आनुवंशिक बीमारी “हर्लीक्विन इचथियोसिस” से पीड़ित है। इस बीमारी में बच्चे की त्वचा मोटी होकर फटने लगती है और आंखें बाहर की ओर निकल आती हैं। विशेषज्ञों के मुताबिक, यह स्थिति तब होती है जब माता-पिता दोनों बीमारी के वाहक (carrier) होते हैं।

समय से पहले हुआ प्रसव, दो महीने पहले दुनिया में आया बच्चा
पीड़ित नवजात की मां प्रियंका पटेल को तय समय से दो महीने पहले प्रसव पीड़ा हुई। परिवार के अनुसार, पहले की गई सभी जांचों और अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट में बच्चा स्वस्थ बताया गया था। लेकिन अचानक हुई डिलीवरी के बाद बच्चे की गंभीर स्थिति ने पूरे परिवार को सदमे में डाल दिया।
कोलोडियन बेबी: एक और दुर्लभ स्थिति की आशंका
डॉक्टरों ने यह भी संभावना जताई है कि नवजात को “कोलोडियन बेबी” की स्थिति हो सकती है। इसमें बच्चे की त्वचा अत्यधिक सूखी और संवेदनशील हो जाती है, जिससे दरारें पड़ती हैं और त्वचा की नमी समाप्त हो जाती है। यह भी एक गंभीर नवजात त्वचा विकार है, हालांकि इसका इलाज संभव है।
डॉक्टरों की टीम की निगरानी में चल रहा इलाज, स्थिति गंभीर पर स्थिर
नवजात को ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया है और डॉक्टरों की एक विशेषज्ञ टीम उसकी निगरानी 24×7 कर रही है। डॉक्टरों का कहना है कि ऐसे दुर्लभ मामले पूरे साल में 1-2 बार ही सामने आते हैं। फिलहाल बच्चे की हालत स्थिर लेकिन गंभीर है, और इलाज पूरी गंभीरता से जारी है।
