Silver Price Forecast: लोग निवेश के लिए सोने के पीछे भाग रहे हैं और उधर चांदी, सोने से आगे निकलने की तैयारी कर रही है. देश में इंडस्ट्रियल इस्तेमाल में सिल्वर की बढ़ती डिमांड के कारण चांदी के भाव भी बढ़ने की संभावना है. ऐसे में चांदी में साल के आखिरी तक 90,000 रुपये के स्तर देखने को मिल सकते हैं. दरसअल उद्योग जगत में चांदी का इस्तेमाल 11 फीसदी बढ़कर 20,000 टन हो गया है, साथ ही मांग के मुकाबले अब भी 7500 टन सिल्वर की कमी है.
वर्ल्ड सिल्वर सर्वे के अनुसार, यह लगातार पांचवां साल है जब मांग के अनुपात में चांदी की आपूर्ति कम है. 2023 में डिमांड के मुकाबले सिल्वर 4026 टन कम थी, जबकि इस साल चांदी 7513 टन कम है. आइये जानते हैं सिल्वर की बढ़ती डिमांड के चलते आने वाले दिनों में चांदी के भाव किस स्तर तक जा सकते हैं.
चांदी में तेजी के 6 बड़े कारण
– सिल्वर का बढ़ता इंडस्ट्रियल इस्तेमाल इस धातु में तेजी की बड़ी वजह है.
-बड़े देशों में तनाव के बीच लोग गोल्ड-सिल्वर में निवेश कर रहे हैं और रिजर्व बढ़ा रहे हैं.
-सौर पैनल के इस्तेमाल को बढ़ावा दिया जा रहा है. इसके निर्माण में चांदी का उपयोग तेजी से बढ़ रहा है.
-इलेक्ट्रिक वाहनों में चांदी की खपत तेजी से बढ़ रही है. 2025 तक ईवी इंडस्ट्री में सिल्वर की डिमांड 5250 टन तक पहुंचने की उम्मीद है.
– अमेरिकी केंद्रीय बैंक द्वारा सितंबर में ब्याज दरों में कटौती होने के बाद चांदी के दामों में और उछाल देखने को मिल सकता है.
इंडस्ट्रियल इस्तेमाल में इस्तेमाल का खास कारण
एचडीएफसी सिक्योरिटीज में कमोडिटी हेड अनुज गुप्ता ने कहा कि इंडस्ट्रियल इस्तेमाल में सिल्वर एक बेहतरीन मेटल है, क्योंकि यह एक अच्छा इलेक्ट्रिक कंडक्टर है. मेडिकल से लेकर इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स के निर्माण में चांदी का बड़े पैमाने पर इस्तेमाल हो रहा है इसलिए ग्लोबल लेवल पर सिल्वर की आपूर्ति कम हो गई है.
कहां जाएगा चांदी का भाव
एचडीएफसी सिक्योरिटीज में कमोडिटी हेड, अनुज गुप्ता ने कहा कि साल के आखिरी तक चांदी का भाव 90000 तक जा सकता है. मौजूदा भाव फिलहाल 86,500 रुपये है. वहीं, एक अन्य एक्सपर्ट के अनुसार, अगले साल चांदी का भाव सवा लाख रुपये के स्तर को छू सकता है.