(दिल्ली के एम्स में ली अंतिम सांसे )
(पटना में होगा अंतिम संस्कार )
भिलाई नगर (newst 20)। बिहार में स्वर कोकिला के नाम से मशहूर लोक गायिका शारदा सिन्हा का लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया है। लंबे समय से उनका इलाज दिल्ली के एम्स हॉस्पिटल में चल रहा था , जहां मंगलवार की रात लगभग 9 बजकर 20 मिनट पर उन्होंने आखरी सांस ली । खबर है कि वे पिछले 6 वर्षों से ब्लड कैंसर से पीड़ित थीं ।
पद्म श्री और पद्म विभूषण सम्मान से सम्मानित 72 साल की शारदा सिन्हा मैथिल और भोजपुरी गीतों के लिए मशहूर थी। उनके गाए हुए छठ पर्व के सैकड़ो गीतों ने उन्हें बिहार की गायकी में सबसे अलग पहचान दी ।
उनके निधन से पहले मंगलवार की सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके बेटे अंशुमान सिंह को फोन कर उनके स्वास्थ्य हालात के बारे में जानकारी ली थी।
शारदा सिन्हा के निधन पर राष्ट्रपति द्रौपती मुर्मू सहित प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित गृहमंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह , पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव , तेजस्वी यादव और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी दुख जताया है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उन्हें बहुमुखी प्रतिभा की धनी बताया।
शारदा सिन्हा लंबे समय से बीमार थी और उन्हें 11 दिन पहले ही दिल्ली के एम्स में भर्ती कराया गया था।
उनके निधन पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि शारदा सिन्हा में मैथिली और भोजपुरी गीतों को न सिर्फ नई पहचान दी बल्कि उन्हें जन-जन तक भी पहुंचाया ।
शारदा सिन्हा का शव बुधवार को दिल्ली से पटना लाया जाएगा और यही उनका अंतिम संस्कार होगा ।
शारदा सिन्हा के निधन पर भिलाई वैशाली नगर के विधायक रिकेश सेन ने गहरा दुख जताते हुए कुरूद के तालाब का नामकरण शारदा सिन्हा के नाम पर किए जाने के घोषणा भी कर दी ।
उन्होंने यह भी कहा कि कुरूद में तालाब के समीप ही शारदा सिन्हा की प्रतिमा स्थापित की जाएगी , जिसके लिए उन्होंने अपने विधायक निधि से एक करोड रुपए देने की घोषणा की है।