रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से सटे अमलेश्वर थाने के तिरंगा चौक पर हुई सनसनीखेज वारदात का खुलासा लगभग हो चुका है। पुलिस अधीक्षक दुर्ग अभिषेक पल्लव इस मामले में जल्द ही प्रेस कॉन्फ्रेंस करके पूरी जानकारी मीडिया को देंगे। सूत्रों के मुताबिक जो जानकारी निकलकर सामने आई है उसके अनुसार यूपी और बिहार से अपराधियों को भाड़े पर बुलाकर इस घटना को सराफा कारोबारी सुरेंद्र सोनी के रिश्तेदार नहीं कराई थी।

यूपी और बिहार से भाड़े पर हत्यारे 5 दिन पहले ही रायपुर के आरंग में आकर रुके हुए थे। 20 अक्टूबर 2022 की दोपहर में भाड़े पर आए इन अपराधियों ने समृद्धि ज्वेलर्स के संचालक सुरेंद्र सोनी की दुकान में घुसकर गोली मारकर हत्या कर दी और कीमती जेवरात तथा कैश लूट ले गए। इस घटना के बाद हड़कंप मच गया।

पुलिस अधीक्षक अभिषेक पल्लव ने पुलिस की अलग-अलग टीमें गठित कर उत्तर प्रदेश और बिहार से अपराधियों को दबोचने के लिए जिम्मेदारी सौंपी। 21 अक्टूबर 2022 को दुर्ग पुलिस की टीम ने बनारस से ज्वेलर्स लूट और हत्या कांड में शामिल चारों अपराधियों को धर दबोचा। इन अपराधियों की उम्र 18 से लेकर 25 वर्ष के बीच में है। इनमें से एक अपराधी उत्तर प्रदेश के चंदौली का रहने वाला है। शेष अन्य तीन अपराधी बिहार के रहने वाले हैं।

इन अपराधियों की पहचान सौरभ कुमार सिंह निवासी दंडीबाग, गया, बिहार, अभय कुमार भारती उर्फ बाबू निवासी बागड़िया धानापुर जिला चंदौली उत्तर प्रदेश, आलोक कुमार यादव पतलिया सापुतारा, बिहार और अभिषेक कुमार झा रजला मुजफ्फरपुर बिहार के रूप में पहचान की गई है। सुरेंद्र सोनी के रिश्तेदार ने घटना क्यों कराई और उनकी क्या रंजिश थी? हत्यारों ने कितने रकम के जेवरात लूटे थे। इन सब की पूछताछ और जानकारी लेने के बाद दुर्ग के पुलिस अधीक्षक पूरे मामले का खुलासा मीडिया के सामने करेंगे।

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