
रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के VIP रोड स्थित हाइपर क्लब अब केवल नाइट क्लब नहीं, बल्कि अश्लीलता, देह व्यापार और नशा कारोबार का मुख्य केंद्र बन चुका है। क्लब की आड़ में जेम्स बेक नाम का व्यक्ति अपने भतीजे टीनू सिंह के साथ मिलकर गिरोह की तरह इस पूरे अवैध तंत्र को चला रहा है।
पूर्व स्वास्थ्य विभाग कर्मचारी जेम्स बेक बना अपराध का सरगना

जेम्स बेक, जो पहले स्वास्थ्य विभाग में बाबू था, घोटाले में लिप्त पाए जाने के बाद निलंबित कर दिया गया था।
अब वह अपने रिश्तेदार टीनू सिंह (बैकुंठपुर निवासी) के साथ मिलकर अवैध वसूली, अश्लील डांस और लड़कियों की सप्लाई जैसे गोरखधंधे में शामिल है।
क्लब में खुलेआम अश्लीलता और देह व्यापार का खेल
रात 3 बजे के बाद भी क्लब में कैबरे, विदेशी युवतियों द्वारा अश्लील डांस और अवैध गतिविधियां जारी रहती हैं।
आफ्टर पार्टी सुबह 5 बजे तक चलती है, जहां लड़कियों की सप्लाई की जाती है।
एचआईवी संक्रमित युवतियों को भी ग्राहकों के बीच भेजे जाने की पुष्टि हुई है।
पार्टियों के नाम पर युवाओं से जबरन वसूली
क्लब में जानबूझकर विवाद खड़े किए जाते हैं, जिससे डरा-धमकाकर मोटी रकम वसूली जाती है।
एक वायरल वीडियो में रात 3 बजे के बाद की गतिविधियां साफ तौर पर रिकॉर्ड हुई हैं।
ड्रग्स का अड्डा बना हाइपर क्लब: एमडीएमए से कोकेन तक सबकुछ उपलब्ध
क्लब में बिकने वाले ड्रग्स:
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MDMA – ₹8000/ग्राम
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कोकेन – ₹18000/ग्राम
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ब्राउन शुगर – ₹5000/ग्राम
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चिट्ठा – ₹10000/ग्राम
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एसिड – ₹2000/टिकट
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मौली – ₹2000/टैबलेट
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हाइब्रिड गांजा – ₹4500/ग्राम
ये सभी नशीले पदार्थ युवाओं को बर्बादी की ओर धकेल रहे हैं।
फर्जी अधिकारी और छुटभैया नेता भी इस रैकेट में शामिल!
सूत्रों के अनुसार, जेम्स बेक फर्जी अधिकारियों और नेताओं को भी लड़कियां सप्लाई करता है।
यह संकेत देता है कि इस पूरे धंधे को ऊंचे स्तर से संरक्षण प्राप्त है।
प्रशासन कब जागेगा?
यह सिर्फ एक क्लब नहीं, राज्य की युवा पीढ़ी के खिलाफ चल रहा नरसंहार है।
जरूरत है सख्त कार्रवाई और पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश करने की।
