हमारी लापरवाही कई बार बच्चों पर भारी पड़ जाती है. अब इस बच्ची को ही देखिए, परिजनों की लापरवाही की वजह से इसके सिर में कैंची घुस गई. एक हफ्ते तक फंसी रही. बच्ची दर्द से कराहती रही, छटपटाती रही. लेकिन काफी मशक्कत के बाद इसे बाहर निकाला जा सका. पूरा मामला जानेंगे तो आप भी इस तरह की लापरवाही नहीं करेंगे. बच्ची के पिता ने भी इसे लेकर चेताया और कहा कि घर में कहीं भी धारदार हथियार या चाकू ऐसी जगह न रखें कि बच्चों तक उसकी पहुंच हो.
मामला फिलीपींस के सारंगानी प्रांत का है. 9 साल की निकोल रागा अपने 5 साल के भाई के साथ झगड़ा कर रही थी. तभी उसके भाई ने अपने बैग से धारदार कैंची निकाली और निकोल के सिर में दे मारी. कैंची निकोल की खोपड़ी में फंस गई. खून बहने लगा और वह दर्द से चिल्लाने लगी. सभी लोग भागकर उस कमरे में आए. वायरल प्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, सिर में कैंची फंसा देखकर पिता पागल हो गए. लेकर अस्पताल भागे, जहां डॉक्टरों ने आईसीयू में डाल दिया और सर्जरी करने की बात कही.
इसकी वजह से ऑपरेशन में देरी
पिता ने हां तो कह दिया लेकिन जब डॉक्टरों ने बताया कि सर्जरी पर 540 डॉलर यानी तकरीबन 45 हजार रुपये का खर्च आएगा तो परिवार वाले परेशान हो गए. क्योंकि वे इतने गरीब थे कि इतना पैसा नहीं दे सकते थे. इसकी वजह से ऑपरेशन में देरी हुई और बाद में जब पैसे जुट गए तो ही डॉक्टरों ने ऑपरेट किया. भगवान का शुक्र है कि निकोल के ब्रेन में कोई चोट नहीं आई, लेकिन इस घटना से वह सदमे में आ गई. इस बच्ची ने जो मंजर देखा, उसे देखकर बड़े बड़े लोग कांप जाएं.
आखिरकार उसे इस दर्द से मुक्ति मिली
निकोल की चाची किम अब्रेनिका ने दुख जताते हुए कहा, मेरी भतीजी दर्द में तो थी ही लेकिन वह ऊब गई थी और घूमना और खेलना चाहती थी. शुक्रिया उन लोगों को जिन्होंने मेरी बच्ची के लिए धन जुटाया और आखिरकार उसे इस दर्द से मुक्ति मिली. निकोल अभी भी पूरी तरह ठीक नहीं हो पाई है और जनरल सैंटोस सिटी के एक अस्पताल में उसका इलाज चल रहा है. पिता रेने बॉय रागा ने कहा,डॉक्टरों ने हमें बताया कि निकोल पूरी तरह ठीक हो जाएगी.उसके मस्तिष्क को कोई क्षति नहीं हुई है और घाव ठीक हो जाएंगे. वह बहुत जल्दी सामान्य हो जाएंगी. मैं उन सभी का बहुत शुक्रगुजार हूं जिन्होंने पैसे दिए और जिन्होंने निकोल के लिए प्रार्थना की.