
2621 बीएड शिक्षक फिर से स्कूलों में करेंगे योगदान
रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ सरकार ने शिक्षा क्षेत्र में ऐतिहासिक निर्णय लेते हुए 2621 बर्खास्त बीएड सहायक शिक्षकों को पुनः नियुक्त करने का फैसला लिया है। इन शिक्षकों को सहायक शिक्षक (विज्ञान प्रयोगशाला) के रिक्त पदों पर समायोजित किया जाएगा।
शिक्षकों के भविष्य को मिला नया संबल
मुख्यमंत्री साय ने शपथ लेते ही यह संकल्प लिया था कि बच्चों के भविष्य के साथ कोई समझौता नहीं किया जाएगा। इस फैसले से न सिर्फ शिक्षकों को राहत मिली है, बल्कि प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था को भी मजबूती मिली है। मुख्यमंत्री ने विश्वास जताया कि ये युवा शिक्षक प्रदेश की अगली पीढ़ी को दिशा देंगे।

मानसिक तनाव के बीच लौटी मुस्कान
नौकरी जाने के बाद बीएड शिक्षक मानसिक रूप से बेहद परेशान थे। लंबे संघर्ष और 125 दिन के आंदोलन के बाद अब उन्हें न्याय मिला है। शिक्षकों ने मुख्यमंत्री को धन्यवाद देते हुए कहा कि उन्होंने एक संवेदनशील अभिभावक की भूमिका निभाई है।
125 दिन का संघर्ष: प्रदर्शन से समाधान तक
आंदोलन की प्रमुख झलकियाँ:
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14 दिसंबर 2024 से नवा रायपुर में धरना
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भूख हड़ताल, शव यात्रा, छेरछेरा दान जैसे शांतिपूर्ण प्रदर्शन
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अंततः 30 अप्रैल 2025 को कैबिनेट का बड़ा निर्णय
समायोजन प्रक्रिया की प्रमुख बातें
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2612 बीएड शिक्षकों को सहायक शिक्षक (विज्ञान प्रयोगशाला) के 4,422 रिक्त पदों में समायोजित किया गया।
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यह समायोजन गैर-विज्ञापित पदों पर किया जाएगा।
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12वीं गणित/विज्ञान की पात्रता पूरी करने के लिए शिक्षकों को 3 साल का समय दिया गया है।
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शिक्षकों को SCERT के माध्यम से 2 महीने का विशेष प्रशिक्षण भी मिलेगा।
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OBC वर्ग के 355 अभ्यर्थियों के लिए सांख्येत्तर पदों का अलग से सृजन किया जाएगा।
शिक्षा में सुधार की दिशा में ठोस कदम
साय सरकार के इस फैसले से स्पष्ट है कि छत्तीसगढ़ सरकार शिक्षा को लेकर गंभीर और संवेदनशील है। यह निर्णय प्रदेश के भविष्य निर्माताओं को सशक्त करेगा और स्कूलों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करेगा।
