
यूरिक एसिड क्या है और कैसे बनता है?
यूरिक एसिड शरीर में मौजूद प्यूरिन नामक रसायन के टूटने से बनता है। सामान्यतः यह किडनी द्वारा बाहर निकाल दिया जाता है, लेकिन जब यह प्रक्रिया धीमी हो जाए या प्यूरिन का स्तर अधिक हो, तो शरीर में यूरिक एसिड जमने लगता है। इसका परिणाम होता है — गठिया (Gout), सूजन और तीव्र जोड़ों का दर्द।
1. प्यूरिन से भरपूर चीज़ों से दूर रहें
कुछ खास चीज़ें जैसे:

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रेड मीट
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ऑर्गन मीट (जैसे कलेजी, गुर्दा)
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झींगा, सार्डीन जैसी समुद्री चीज़ें
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अल्कोहल, विशेष रूप से बीयर
इनमें प्यूरिन की मात्रा अधिक होती है और ये यूरिक एसिड को तेजी से बढ़ाती हैं। इनका सेवन सीमित करें।
2. पानी की कमी न होने दें
जितना ज्यादा पानी पिएंगे, उतनी ही जल्दी शरीर से यूरिक एसिड छानकर बाहर निकलेगा।
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रोज़ कम से कम 8-10 गिलास पानी पिएं
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साथ में नींबू पानी और हर्बल चाय भी फायदेमंद हैं
3. मीठे पेय और फ्रुक्टोज से सावधान
बाजार में मिलने वाले:
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कोल्ड ड्रिंक्स
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डिब्बाबंद फलों के रस
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मिठाइयों में इस्तेमाल होने वाला हाई-फ्रुक्टोज कॉर्न सिरप
ये सभी यूरिक एसिड के स्तर को बढ़ाने में योगदान देते हैं। इन्हें जितना कम करें, उतना बेहतर।
4. चेरी खाएं, गाउट भगाएं
चेरी में मौजूद एंथोसायनिन नामक एंटीऑक्सिडेंट्स सूजन कम करने में मदद करते हैं।
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ताज़ी चेरी खाएं
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चेरी जूस पिएं
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या फिर चेरी सप्लीमेंट्स ले सकते हैं
यह गाउट अटैक की संभावना भी घटाता है।
5. वजन नियंत्रित रखें
मोटापा ना सिर्फ यूरिक एसिड के उत्पादन को बढ़ाता है, बल्कि उसका निष्कासन भी कठिन बनाता है।
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धीरे-धीरे वजन घटाएं (क्रैश डाइट से बचें)
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रोज़ाना 30 मिनट की फिजिकल एक्टिविटी अपनाएं
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संतुलित आहार और पर्याप्त नींद जरूर लें
