इस्पात बिरादरी ने स्वच्छता कर्मियों को सम्मानित कर “स्वच्छता ही सेवा” का शुभारंभ किया

इस्पात नगरी, भिलाई के हृदय स्थल सिविक सेंटर में नेहरू आर्ट गैलरी के समक्ष 1 अक्टूबर, 2023 को सुबह 10.00 बजे से आयोजित एक समारोह में तालियों की गड़गड़ाहट के बीच संयंत्र प्रबंधन ने भिलाई के 18 स्वच्छता कर्मियों और 4 डेंगू वीरों को सार्वजनिक रुप से मंच पर सम्मानित किया। संयंत्र के निदेशक प्रभारी अनिर्बान दासगुप्ता ने इन कार्मिकों के मेहनत और समर्पण की सराहना करते हुए सम्मान स्वरूप उपहार प्रदान किया।

अनिर्बान दासगुप्ता और संयंत्र प्रबंधन के सभी वरिष्ठ अधिकारियों ने स्वयं इस अवसर झाड़ू लगा कर सफाई की और श्रमदान करते हुए अभियान का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उपस्थित वरिष्ठ अधिकारियों, संयंत्र कर्मियों, सफाई कर्मियों एवं आम नागरिकों को स्वच्छता के लिए समर्पण और नियमित श्रमदान की शपथ दिलाई गई।

इस अवसर पर संयंत्र प्रबंधन की ओर से निदेशक प्रभारी के साथ कार्यपालक निदेशक (वर्क्स) अंजनी कुमार, कार्यपालक निदेशक (सामाग्री प्रबंधन) ए के चक्रवर्ती, कार्यपालक निदेशक (रावघाट) समीर स्वरूप, कार्यपालक निदेशक (खदान) बी के गिरी, मुख्य चिकित्सक अधिकारी प्रभारी (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं) डॉ एम रवीन्द्रनाथ, कार्यकारी कार्यपालक निदेशक (वित्त एवं लेखा) डी एन करन एवं कार्यकारी कार्यपालक निदेशक (कार्मिक एवं प्रशासन) श्रीमती निशा सोनी भी उपस्थित थीं। साथ ही मुख्य महाप्रबंधक (नगर सेवाएं और सीएसआर) जे वाई सपकाले के साथ और संयंत्र के अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण, संयंत्र के कार्मिक, सफाई कर्मी और डेंगू वीर बड़ी संख्या में उपस्थित थे।

आयोजन को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि अनिर्बान दासगुप्ता ने टाउनशिप में स्वच्छता बनाए रखने और डेंगू रोकथाम अभियान में स्वच्छता कर्मियों के योगदान के लिए सभी सफाई कर्मियों और डेंगू वीरों को बधाई दी और कहा कि ‘स्वच्छांजलि’ या स्वच्छता की श्रद्धांजलि शायद आज सबसे अच्छी श्रद्धांजलि है, जिसे हम अपने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को उनकी जयंती पर दे सकते हैं। उन्होंने अपने संबोधन में सफाई कर्मियों की भरपूर सराहना करते हुए कहा कि यह एक स्कील वर्क की श्रेणी में आता है। इसे हर कोई नहीं कर सकता। कचरा दिखना, उसकी पहचान और उसका नियोजित निपटारा हर किसी से संभव नहीं है। अपशिष्ट निपटान की प्रक्रिया की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि कचरे को सूखे और गीले कचरे में अलग-अलग करना सफाई कर्मियों के एक चुनौती है। इस चुनौती को हम सभी चाहे तो हल कर सकते हैं।

यह हम सबकी जिम्मेदारी भी है कि हम कचरे को स्पष्ट रूप से पृथक करें, ताकि स्वच्छता कर्मियों का बोझ कम हो सके जिससे हमारे द्वारा उत्पन्न कचरे का निपटान आसानी से किया जा सकें। अभी इसमें कड़ी मेहनत करनी पड़ती हैं। अनिर्बान दासगुप्ता ने संयंत्र के एसएलआरएम सेंटर की चर्चा करते हुए कहा कि इसमें गीले कचरे से कम्पोस्ट बना कर अच्छी गुणवत्ता वाले उर्वरक में और सूखे व प्लास्टिक कचरे को अलग कर प्लास्टिक दानों में परिवर्तित करके विवेकपूर्ण तरीके से उपयोग कर रहे हैं। इनका उपयोग हमारे कोक ओवन को ईंधन देने के लिए किया जाता है। श्री दासगुप्ता ने इस्पात बिरादरी के लोगों से कचरें को पृथक करके देने और विशेष रूप से आगामी त्योहारों के दौरान आयोजकों से शहर की स्वच्छता बनाए रखने की अपील की।

इसके पूर्व मुख्य महाप्रबंधक जे वाई सपकाले ने सभी का स्वागत करते हुए कहा कि भिलाई इस्पात संयंत्र का नगर सेवाएं विभाग कई परिसरों और इमारतों के साथ-साथ पूरे टाउनशिप के 30,000 हजार घरों और 3,500 दुकानों की सफाई और स्वच्छता की देखभाल करता है। हर घर, हर दरवाजे कचरा एकत्र करने हमने 42 ई-रिक्शा और वाहन कचरें का उचित निपटान के लिए लगायें है । इसलिए हमें इस काम लगी सफाई टीम का सहयोग करना दायित्व बनता है जो हमारे शहर, घर और परिवेश को स्वच्छ बनाए रखते हैं। उन्होंने सफाई कर्मियों के मेहनत, लगन और समर्पण की सराहना करते हुए कहा कि ये सभी कुशल योद्धा हैं।

भारत सरकार की स्वच्छ भारत पहल के तहत भिलाई इस्पात संयंत्र 01 से 15 अक्टूबर, 2023 तक स्वच्छता ही सेवा अभियान का आयोजन कर रहा है। महात्मा गांधी की 154 वीं जयंती के अवसर स्वच्छ भारत अभियान के तहत “स्वच्छता ही सेवा” पखवाड़े का आयोजन किया गया।

सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र के विभिन्न विभागों में 15 सितंबर से 2 अक्टूबर, 2023 तक “स्वच्छता अभियान” व स्वच्छता पखवाड़ा भी मनाया गया, जिसका उद्देश्य महात्मा गांधी के सपनों को साकार करने के लिए एक जन आंदोलन को तेज करके स्वच्छता के मुद्दों, प्रथाओं और ‘स्वच्छ भारत – क्लीन इंडिया’ के दृष्टिकोण पर जनता का ध्यान केंद्रित करना है।

संयंत्र प्रबंधन ने सिविक सेंटर के साथ पं जवाहर लाल नेहरू चिकित्सालय एवं अनुसंधान केंद्र, सेक्टर 9; संयंत्र परिसर में, सी एस आर विभाग द्वारा देवबलौदा चरोदा में, दिल्ली राजहरा खदान क्षेत्र में खदान विभाग द्वारा स्वच्छ भारत अभियान के तहत स्वच्छता ही सेवा की शुरुआत की।

संयंत्र के एससीसीए विभाग से, सुप्रियो सेन ने इस कार्यक्रम का संचालन किया और महाप्रबंधक (टीएसडी) के के यादव ने धन्यवाद दिया।
सेल उन दुर्लभ कंपनियों में से एक है, जो अपनी औद्योगिक इकाइयों के साथ-साथ टाउनशिप भी स्थापित करती है और उसका रखरखाव करती है। सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र प्रबंधन अपनी इस्पात नगरी की स्वच्छता, पर्यावरण के बेहतर रखरखाव के लिए समय-समय पर स्वच्छता पहल का आयोजन करता रहता है।

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