
फिल्म से उठी गंभीर बीमारी पर चर्चा
World Alzheimer’s Day 2025 पर चर्चा का विषय बनी फिल्म सैयारा। इस फिल्म ने न सिर्फ बॉक्स ऑफिस पर रिकॉर्ड बनाए बल्कि इसमें एक्ट्रेस अनीत पड्डा के किरदार ने सबका ध्यान खींचा। फिल्म में दिखाया गया कि अनीत पड्डा कम उम्र में ही अल्जाइमर (Alzheimer’s Disease) से जूझ रही हैं। इससे एक बड़ा संदेश सामने आया है कि यह बीमारी केवल बुढ़ापे में ही नहीं, बल्कि युवाओं को भी प्रभावित कर सकती है।
अल्जाइमर होने के प्रमुख कारण
न्यूरोलॉजी विशेषज्ञ डॉ. प्रवीण गुप्ता (चेयरमैन, MAIINS, गुरुग्राम) के अनुसार, अल्जाइमर के बढ़ते मामलों के पीछे कई कारण हो सकते हैं—

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परिवार में बीमारी का इतिहास
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APOE जीन में म्यूटेशन
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सिर पर चोट लगना
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अनियंत्रित डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर
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धूम्रपान और शराब का सेवन
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तनाव और नींद की कमी
अल्जाइमर के शुरुआती लक्षण
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रोजमर्रा की चीजें भूल जाना (जैसे चाबी या बटुआ कहां रखा है)
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बातचीत के दौरान सही शब्द ढूंढने में कठिनाई
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लोगों के नाम या जगह याद न रहना
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समय और माहौल को लेकर भ्रमित होना
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मूड स्विंग्स और चिड़चिड़ापन
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निर्णय क्षमता में कमी
समय के साथ मरीज अपने करीबियों को भी पहचानने में असमर्थ हो जाता है।
अल्जाइमर की जांच कैसे होती है
अगर लगातार मेमोरी लॉस हो रहा है तो शुरुआती जांच जरूरी है। इसके लिए—
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मेमोरी टेस्ट
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जेनेटिक स्क्रीनिंग
जैसे टेस्ट किए जाते हैं, जिससे डिमेंशिया और अल्जाइमर में फर्क किया जा सकता है।
अल्जाइमर से बचाव के उपाय
अल्जाइमर का स्थायी इलाज नहीं है, लेकिन दवाइयों से इसकी प्रगति धीमी की जा सकती है। बचाव के लिए—
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नियमित व्यायाम करें
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संतुलित आहार लें (बी विटामिन्स, फल, सब्जियां, नट्स, मछली शामिल करें)
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तनाव कम करें और नींद पूरी लें
भारत में अल्जाइमर के मरीज
भारत में लगभग 55 लाख लोग डिमेंशिया से प्रभावित हैं, जिनमें से ज्यादातर मामलों में कारण अल्जाइमर ही है। यह सिर्फ भूलने की बीमारी नहीं बल्कि एक गंभीर न्यूरोडीजेनेरेटिव विकार है, जो दिमागी कोशिकाओं को धीरे-धीरे नष्ट करता है।
