भिलाई ( न्यूज टी 20)। विगत 7 वर्षों से पार्टी से निष्कासन का दंभ झेल रहे शहर के सम्मानित व्यापारी , भिलाई के वरिष्ठ भाजपा नेता और विशेष क्षेत्र विकास प्राधिकरण (साडा) के पूर्व अध्यक्ष सत्यनारायण अग्रवाल एवं उनकी पत्नी तथा भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष रह चुकी श्रीमती अनीता अग्रवाल की संगठन में वापसी हो गई है ।
इस आशय के आदेश प्रदेश भाजपा के महामंत्री केदार कश्यप ने प्रदेश अध्यक्ष अरुण साहू की सहमति के बाद जारी करते हुए उनकी घर वापसी का रास्ता खोल दिया है । भारतीय जनता पार्टी के भिलाई शहर जिला अध्यक्ष बृजेश बृजपुरिया ने भी अग्रवाल दंपत्ति की पार्टी में पुनः वापसी का स्वागत करते हुए कहा है कि अग्रवाल दंपति के पार्टी में वापसी आने के बाद भारतीय जनता पार्टी निसंदेह और मजबूत होगी ।
गौरतलब है कि 2015 के महापौर चुनाव के समय पूर्व अध्यक्ष सत्यनारायण अग्रवाल ने भी भाजपा की टिकट मांगी थी । किंतु पार्टी ने उन्हें प्रत्याशी न बनाकर विधायक विद्या रतन भसीन को ही पार्टी प्रत्याशी बना दिया था , जिससे नाराज होकर सत्यनारायण अग्रवाल गैस सिलेंडर छाप पर महापौर के चुनाव में उतर गए थे । जिस अंदाज में उन्होंने चुनाव लड़ा था उसे लोग आज भी याद करते हैं ।
चूंकि भिलाई में कांग्रेस और भाजपा के अलावा आज तक कोई भी निर्दलीय प्रत्याशी महापौर या विधायक का चुनाव नहीं जीत पाया है , इसलिए वे भी चुनाव हार गए । तब भारतीय जनता पार्टी ने उन्हें और उनकी पत्नी को पार्टी से निष्कासित कर दिया था ।
इस बीच बीते 7 सालों में कई बार अग्रवाल दंपत्ति भाजपा में वापसी के चर्चे चलते रहे हैं लेकिन तत्कालीन प्रदेश हाईकमान ने इसकी अनुमति नहीं दी थी ।
अब जबकि 2023 दिसंबर में विधानसभा के चुनाव छत्तीसगढ़ में है और भारतीय जनता पार्टी 15 साल सत्ता में रहने के बाद बेदखल हो गई थी , पुनः वापसी के लिए प्रयासरत है, ऐसे समय में भाजपा सत्ता वापसी के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहती । हाल ही में पुनः भाजपा के जिलाध्यक्ष की जिम्मेदारी संभालने वाले बृजेश विच प्रिया ने भी इस बात को गंभीरता से महसूस करते हुए अपनी सहमति जताई ।
प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने भी अग्रवाल दंपति की पार्टी के प्रति पुरानी निष्ठा और समर्पण को याद करते हुए दोनों की पार्टी में वापसी के लिए ग्रीन सिग्नल दे दिया।
अग्रवाल दंपत्ति की भाजपा में वापसी पर भिलाई की पूरी भाजपा में खुशी का माहौल है और लोगों को इस बात का विश्वास है कि एक बार फिर से भाजपा अपनी पुरानी साख पा लेगी ।