नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज सुबह 10:30 बजे ‘रोजगार मेला’ के तहत वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से लगभग 71,000 युवाओं को नियुक्ति पत्र सौंपेंगे. इस अवसर पर प्रधानमंत्री नियुक्त किए गए लोगों को संबोधित भी करेंगे. प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने एक बयान में यह जानकारी दी है. इसमें कहा गया कि रोजगार सृजन को मुख्य प्राथमिकता देने की प्रधानमंत्री की प्रतिबद्धता पूरी करने की दिशा में यह रोजगार मेला महत्वपूर्ण कदम है. उसने कहा कि रोजगार मेला रोजगार सृजन में कैटेलिस्ट के रूप में कार्य करेगा और युवाओं को उनके सशक्तिकरण और राष्ट्रीय विकास में भागीदारी के लिए सार्थक अवसर प्रदान करेगा.
इसी कड़ी में नॉर्थ ईस्ट फ्रंटियर रेलवे के अधिकार क्षेत्र में ‘रोजगार मेला’ तीन अलग-अलग स्थानों- असम में गुवाहाटी, उत्तर बंगाल में सिलीगुड़ी और नगालैंड के दीमापुर में आयोजित किया जाएगा. इस कार्यक्रम में गुवाहाटी में 207, दीमापुर में 217 और सिलीगुड़ी में 225 उम्मीदवारों को विभिन्न सरकारी विभागों से नियुक्ति पत्र सौंपे जाएंगे.
इन क्षेत्रों में मिलेगी नौकरी
पीएमओ ने कहा कि देश भर से चयनित युवाओं को भारत सरकार के तहत जूनियर इंजीनियर, लोको पायलट, तकनीशियन, निरीक्षक, उप निरीक्षक, कांस्टेबल, स्टेनोग्राफर, जूनियर एकाउंटेंट, ग्रामीण डाक सेवक, आयकर निरीक्षक, शिक्षक, नर्स, डॉक्टर, सामाजिक सुरक्षा अधिकारी, पीए, एमटीएस जैसे विभिन्न पदों पर तैनाती दी जाएगी.
इस कार्यक्रम के तहत केंद्रीय बंदरगाह, नौवहन और जलमार्ग मंत्री और आयुष सर्बानंद सोनोवाल गुवाहाटी के रेलवे रंग भवन कल्चरल हॉल में नव चयनित युवाओं को नियुक्ति पत्र सौंपेंगे. वहीं केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय और श्रम एवं रोजगार मंत्रालय में राज्य मंत्री रामेश्वर तेली इमलियांगर मेमोरियल सेंटर, दीमापुर में नियुक्ति पत्र सौंपेंगे. इसके अलावा गृह मंत्रालय, खेल एवं युवा मामले, भारत सरकार के राज्य मंत्री निशीथ प्रमाणिक सिलीगुड़ी कार्यक्रम के मुख्य अतिथि होंगे और रेलवे ऑफिसर्स क्लब, न्यू जलपाईगुड़ी में नियुक्ति पत्र वितरित करेंगे.
इस कार्यक्रम के दौरान नवनियुक्त कर्मी कर्मयोगी प्रारंभ मॉड्यूल के बारे में अपने अनुभव भी साझा करेंगे. कर्मयोगी प्रारम्भ मॉडयूल विभिन्न सरकारी विभागों में सभी नवनियुक्त कर्मियों के लिए ऑनलाइन आरम्भिक पाठ्यक्रम है. इसमें सरकारी सेवकों के लिए आचार-संहिता, कार्यस्थल पर नैतिकता, सत्यनिष्ठा और मानव संसाधन नीतियां शामिल हैं.