भिलाई [न्यूज़ टी 20] PPF Vs NPS: यदि आप रिटायरमेंट के लिए निवेश करना चाहते हैं तो सरकार की ये दो स्कीमें आपको काफी अच्छा रिटर्न दे सकती हैं. हर कोई चाहता है कि उसकी पेंशन महंगाई को मात देने वाली हो. इसलिए वे अलग-अलग स्कीम्स में निवेश करते हैं ताकि रिटायरमेंट के बाद उनके पास एक अच्छा पेंशन फंड जमा हो सके.

आज हम आपको 2 पेंशन स्कीम्स के बारे में विस्ता से बताएंगे और देखेंगे कि इनमें से आपके लिए कौन सी स्कीम बेहतर है. ये स्कीम्स हैं नेशनल पेंशन स्कीम (एनपीएस) और पब्लिक प्रोविडेंट फंड (पीपीएफ). एनपीएस का रिटर्न फंड मैनेजर के प्रदर्शन पर निर्भर होता है क्योंकि यह एक मार्केट लिंक्ड स्कीम है.

वहीं, दूसरी ओर पीपीएफ है जिस पर आपको एक फिक्सड रिटर्न मिलता है. यानी आपको इस बात का पता होगा कि अंत में यह स्कीम आपको कितना फंड देगी. आइए इनके बारे में विस्तार से जानते हैं.

एनपीएस –

जैसा कि हमने उल्लेख किया कि एनपीएस एक मार्केट लिंक्ड स्कीम है इसलिए इसमें रिस्क अधिक है. आप अपनी जोखिम लेने की क्षमता के अनुसार, इसमें निवेश कर सकते हैं. आपके पास तीन विकल्प होते हैं.

पहला आप 75 फीसदी रकम इक्विटी में लगा सकते हैं. दूसरे विकल्प में आप 100 फीसदी पैसा कॉर्पोरेट बॉन्ड में लगा सकते हैं और तीसरे विकल्प में आप सरकारी सिक्योरिटीज (बॉन्ड) खरीद सकते हैं.

आपका रिटर्न इस बात पर निर्भर करेगा कि आपका पैसा कहां लग रहा है. एनपीएस में निवेश करने की अंतिम उम्र 50 वर्ष है. वहीं, इसकी मैच्योरिटी आपकी 60 साल की उम्र में होती है. मैच्योरिटी पर आपको कुछ अमाउंट आपको एकमुश्त मिलेगा लेकिन बाकी से आपको पेंशन मिलेगी. स्कीम्स के बीच में से आप सशर्त अधिकतम 3 बार पैसा निकाल सकते हैं.

पीपीएफ –

यह एक बेहद सरल स्कीम है. यहां रिटर्न के लिए कोई विकल्प नहीं होते हैं. इस स्कीम में आपको फिक्स 7-8 फीसदी का रिटर्न मिलता रहता है. हर तिमाही पर इस इंटरेस्ट रेट की समीक्षा की जाती है.

फिलहाल पीपीएफ पर 7.1 फीसदा का रिटर्न मिल रहा है. पीपीएफ 15 साल में मैच्योर हो जाता है. 7वें साल में आप इसमें से कुछ पैसा निकाल सकते हैं. इसके साथ ही आप पीपीएफ अकाउंट पर लोन भी ले सकते हैं. दोनों की स्कीम्स पर आपको टैक्स छूट का लाभ मिलता है.

आपके लिए क्या बेहतर –

अगर आप रिस्क लेकर हाई रिटर्न के लिए जाना चाहते हैं तो आपको एनपीएस में निवेश करना चाहिए. वहीं, अगर आप चाहते हैं कि आपका पैसा सुरक्षित रहे है और एक नियमित रिटर्न आपको मिलता रहे तो आपके लिए पीपीएफ बेहतर है.

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