देश की दिग्गज टेलिकॉम कंपनी भारती एयरटेल ने अपने ग्राहकों से जुड़ी जानकारी में सेंध की खबर को खारिज कर दिया है. कंपनी की ओर से एक बयान में कहा गया कि इस तरह का दावा ब्रांड की छवि को खराब करने का एक हताशा भरा प्रयास है.
कंपनी ने कहा, ‘‘एक रिपोर्ट में एयरटेल के ग्राहकों से जुड़ी जानकारी में सेंध का आरोप लगाया गया है. यह शरारती तत्वों द्वारा एयरटेल की इमेज को चोट पहुंचने करने का एक हताश भरा प्रयास है. हमने गहन जांच की और हम पुष्टि कर सकते हैं कि एयरटेल में ग्राहकों से जुड़े आंकड़ों में कोई सेंध नहीं लगी है.’’
डार्क वेब पर फर्जी दावा!
दरअसल डार्क वेब पर ‘एक्सईएनजेडईएन’ नाम के एक खाते पर दावा किया गया था कि उसके पास एयरटेल इंडिया के 37.5 करोड़ से अधिक ग्राहकों के नवीनतम आंकड़ों तक पहुंच है. इसमें फोन नंबर, ईमेल पता, माता-पिता का नाम तथा आधार सहित सरकारी पहचान पत्र शामिल हैं, इसे बेचने के लिए रखा गया है.’’
एयरटेल के सूत्रों ने बताया, ‘‘इसका मूल दावा करने वाले को लोगों के साथ ठगी के कारण ‘हैकिंग फोरम’ से प्रतिबंधित कर दिया गया है.’’ यह खबर ऐसे समय पर सामने आई है जब कंपनी ने अपने सभी मोबाइल रिचार्ज प्लान को महंगा किया है. एयरटेल ने जून के आखिर सप्ताह में घोषणा की थी कि कंपनी के रिचार्ज प्लान के दाम को रिवाइज़ करने जा रही है.
एयरटेल के प्रीपेड और पोस्टपेड प्लान के नए रेट 3 जुलाई से लागू कर दिए गए हैं. अब जो ग्राहक अपने एयरटेल नंबर को रिचार्ज करेंगे तो उन्हें पहले से ज्यादा पैसे देने होंगे. नया रेट लागू होने के बाद कीमत में पहले से 20% तक बढ़ोतरी हुई है.