जिसमे बालोद निवासी कामनी चुरेंद्र उम्र 19 वर्ष की जेवरतला मे उपचार के दौरान 31 अगस्त को फूड प्वाइजनिंग से मौत हो गई। मृतक छात्रा रस्तोगी कॉलेज मे स्किल डेव्लपमेंट का कोर्स कर रही थी जिसका हॉस्टल मे ज्यादा स्वास्थ ख़राब होने पर परिजनों द्वारा उसके गृह ग्राम जेवरतला जिला बालोद लें जाया गया।
जहा उसकी इलाज के दौरान मृत्यु हो गई मामले मे सीएमओ की जांच रिपोर्ट और मृतक छात्रा के पिता बसंत कुमार चुरेंद्र की लिखित शिकायत पर आनन फानन मे सुपेला पुलिस द्वारा 2 अगस्त को रस्तोगी कॉलेज के संचालक शशांक रस्तोगी व हॉस्टल इंचार्ज मानिक लाल सहित अन्य पर धारा 269.270.337.304ए 34 के तहत मामला पंजीबद्ध कर लिया गया।
किस दबाव में हैं पुलिस ?
FIR होने के 21 दिन बीत जाने के बाद भी संचालक शशांक रस्तोगी व हॉस्टल इंचार्ज मानिक लाल सहित अन्य की क्यों नहीं हो पा रही गिरफ्तारी,क्यों इन आरोपियों पर हाथ डालने मे पुलिस कतरा रही है? किसका दबाव है जो पुलिस को इनकी गिरफ्तारी करने से रोक रहा है?
इतने दिन बीत जाने के बाद भी रस्तोगी कॉलेज मे हुए फूड प्वाइजनिंग से मौत पर पीड़ितों को न्याय नहीं मिल सका मृतक छात्रा के परिजन अभीतक न्याय की आस लगाए बैठे है। लेकिन कही से भी उन्हें न्याय मिलता नहीं दिख रहा है। वही भिलाई नगर निगम भी रस्तोगी कॉलेज पर किसी भी तरह की पाबंदी लगाने मे नाकाम साबित हो रहा है।