रायपुर। राजधानी पुलिस ने SSP प्रशांत अग्रवाल के नेतृत्व में पर्दाफाश किया गया है. रायपुर पुलिस ने 2 लोगों को गिरफ्तार किया है. ऑनलाइन सट्टा रायपुर बुक के सटोरियों पर पुलिस ने कार्रवाई की है. रायपुर बुक ऑनलाइन बुकिंग वेबसाइट के माध्यम से संचालन किया जा रहा था. SSP प्रशांत अग्रवाल ने मामले का खुलासा किया है. दरअसल, राज्य शासन के आदेशानुसार ऑनलाइन सट्टा और जुआ पर प्रभावी रूप से अंकुश लगाने के लिए कार्रवाई की जा रही है. इसी कड़ी में सूचना प्राप्त हुई कि कुछ अज्ञात सटोरियों ने सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म के माध्यम से ऑनलाइन सट्टा खिलाने के लिए वेबसाइट का प्रचार-प्रसार किया जा रहा है.

ऑनलाइन सट्टा खेलने के लिए ID भी उपलब्ध कराई जा रही है. इसके बाद पुलिस टीम एक्शन में आई. अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर/अपराध अभिषेक माहेश्वरी के निर्देशन में कार्रवाई की गई. एंटी क्राईम एंड साइबर यूनिट की साइबर विंग ने तकनीकी विश्लेषण के दौरान पाया गया. अज्ञात सटोरियों ने raipurbook.in वेबसाFट के माध्यम से लोगों को आई.डी. उपलब्ध कराकर सट्टा का संचालन किया जा रहा है, जिस पर साईबर विंग द्वारा raipurbook.in वेबसाइट के संबंध में जानकारी एकत्र किया जाकर उक्त वेबसाइट में लिंक मोबाइल नंबरों की जानकारी प्राप्त की गई.

प्राप्त मोबाइल नंबरों का पुनः विश्लेषण करने पर पाया गया कि मोबाईल नंबर जिला महासमुंद के बागबहरा में 02 अलग -अलग व्यक्ति जो बागबहरा के निवासी है. लोगों को ऑनलाइन सट्टा खिलाने के लिए वेबसाइट के माध्यम से आई.डी. उपलब्ध कराया जा रहा है. एण्टी क्राईम एण्ड साईबर यूनिट तथा थाना सिविल लाईन पुलिस की संयुक्त टीम महासमुंद के बागबहरा रवाना होकर दोनों व्यक्तियों की पतासाजी कर उन्हें पकड़ा गया. पूछताछ में व्यक्तियों ने अपना नाम अभिषेक शर्मा एवं कुशवंत छाबड़ा निवासी बागबाहरा महासमुंद का होना बताया.

टीम के सदस्यों द्वारा उनके मोबाईल फोन की जांच करने पर दोनों के मोबाईल फोन के नंबर raipurbook.in वेबसाईट में लिंक होना पाये जाने के साथ ही वेबसाईट में दिखने वाले अन्य मोबाईल नंबर भी उनके मोबाईल फोन में पाए गए. पूछताछ में दोनों सटोरियों ने बताया कि उनके द्वारा उक्त वेबसाईट को हैदराबाद की एक निजी कंपनी आकृति वेब साफ्टवेयर से बनवाया गया है. उनके द्वारा 03 दिवस पूर्व ही ऑन लाईन सट्टा खिलाना प्रारंभ किया गया था.

रायपुर पुलिस को उक्त संबंध में सूचना प्राप्त होते ही ऑनलाइन सट्टा संचालन करने वाले दोनों संचालकों को पकड़ा गया. सटोरियों ने सोशल मीडिया के जिन प्लेटफार्म में प्रचार – प्रसार किया जा रहा था, उन संबंधित प्लेटफार्म के कंपनी को प्रचार – प्रसार बंद करने ई-मेल किया गया. वेबसाइट बनाने वाली हैदराबाद की कंपनी को भी इस संबंध में नोटिस जारी किया गया है. दोनों सटोरियों के विरूद्ध थाना सिविल लाइन में अपराध क्रमांक 779/22 धारा 4क जुआ एक्ट का अपराध पंजीबद्ध किया. सटोरियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 05 नग मोबाइल फोन, नगदी रकम 20,000 रूपये और सट्टा का हिसाब जब्त कर कार्रवाई की गई.

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