क्या है मामला ?
ये मामला 2019 में हुए लोकसभा चुनाव से पहले का है। आरोप है कि कर्नाटक के कोलार में एक रैली के दौरान राहुल गांधी ने कहा था, “कैसे सभी चोरों का सरनेम मोदी है?”। उनके इस बयान के बाद भाजपा विधायक और गुजरात के पूर्व मंत्री पूर्णेश मोदी ने शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायतकर्ता ने दावा किया कि राहुल गांधी ने इस टिप्पणी से पूरे मोदी समुदाय को बदनाम किया।
जा सकती है राहुल की सदस्यता
सूरत सेशन कोर्ट द्वारा राहुल गांधी को सुनाई गई दो साल की सजा के बाद उनकी लोकसभा सदस्यता पर खतरा मंडराने लगा है। नियमों के मुताबिक दो की सजा होने पर संसद की सदस्यता रद्द की जा सकती है। हालांकि अभी राहुल गांधी की जमानत पर सुनवाई चल रही है।
अक्टूबर 2021 में पेश हुए थे राहुल
राहुल इस मामले में पिछली बार अक्टूबर 2021 को न्यायालय में पेश हुए थे, इसके बाद उन्हें अदालत में उपस्थित रहने से छूट मिल गई थी। राहुल ने अपने बयान में कहा था कि उन्हें इस बारे में जानकारी नहीं है तथा वे निर्दोष हैं। वहीं, राहुल के वकील ने दलील पेश करते हुए कहा था कि कांग्रेस नेता के खिलाफ कोई दस्तावेजी सबूत नहीं हैं और कोई भी राजनेता 13 करोड़ की आबादी वाले समाज के बारे में गलत बयान नहीं देगा। राहुल के वकील ने सफाई में कहा था कि उन्होंने नरेंद्र मोदी, ललित मोदी, नीरव मोदी व अन्य के नाम लेकर टिप्पणी की थी ना कि समाज पर।