रायगढ़ से श्याम भोजवानी
घरघोड़ा / घरघोड़ा नगर पंचायत के कार्यों पर हमेशा सवाल खड़े होते रहते हैं, अपने विवादित कार्यप्रणाली के लिए जाना जाने वाला नगर पंचायत को आमजन नरक पंचायत से संबोधित भी करते रहते हैं, कारण लगातार उठ रहे सवालों के घेरे में अध्यक्ष पार्षद नगरपालिका अधिकारी व इंजिनियर भ्रष्टाचार के आरोपों से कलंकित नगर पंचायत इन दिनों सड़क निर्माण को लेकर चर्चा में बना हुआ है, वार्डों में सीसी रोड बनाया जा रहा है, जिसमें भ्रष्टाचार की भू आ रही है? जिन वार्डो में सड़क निर्माण हुआ है उन वार्डो के निवासी घटिया निर्माण की शिकायत कर रहे हैं।
निर्माण एजेंसी स्वयं नगर पंचायत होने के कारण इस भ्रष्टाचार के खेल में नगरपालिका अधिकारी व इंजिनियर पर सीधा प्रश्नचिन्ह लगाया जा रहा है,आखिर निर्माण के समय में जांच क्यों नहीं किया जाता है, इंजिनियर का कार्य है हर निर्माण कार्य का निष्पादन कर उसके गुणवत्ता मानकों तहत निर्माण होने पर ही आगे की कार्रवाई करना, पर बिना जांच के राशि आबंटित करना अधिकारी की मिलीभगत की ओर अंगीत करता है।
घरघोड़ा एसडीएम का कहना
घरघोड़ा एसडीएम श्रीमती ऋषा सिंह ठाकुर से इस विषय पर जानकारी चाही तो उन्होंने साफ तौर से कुछ कहने बचते दिखे पत्रकार से ही लिखित शिकायत की मांग करने लगी, जब विषय की गंभीरता को समझे तब स्वयं सक्षम अधिकारी होने का भाव पर बोली इस मामले पर में सी.ई.एम.ओ. से बात करूंगी जहां भी निर्माण कार्य में गुणवत्ता नहीं होगी उचित कार्रवाई होगी।
भ्रष्टाचार आज इस तरह हावी हो गया की उच्च अधिकारी भी कार्रवाई करने से पीछे हट रहें हैं, शासन सत्ता का डर साफ दिखाई दे रहा है इन अधिकारियों पर, लगातार अधिकारियों पर ही दबाव बनाया जा रहा है इस सरकार में जिसके कारण सक्षम अधिकारी भी बिना लिखित के अपने अधिकार का उपयोग करने से बच रहे हैं, जिसका परिणाम यह है कि आज जो कोई भी अधिकारी कर्मचारी ठेकेदार हो इस भ्रष्ट तंत्र में हाथ साफ करने में लगा है, अब इस खबर का कितना असर होगा भी या नहीं यह समय बताएगा जबकि एसडीएम को इस विषय में स्वयं संज्ञान लेकर निर्माण कार्य देख कर गुणवत्ता देखनी चाहिए, जहां ग़लत पाया जाता है वहां दण्डात्मक कार्रवाई कर उच्च अधिकारियों के पास रिपोर्ट प्रेषित कर अपने जिम्मेदारीयों का निर्वहन करना चाहिए।