भिलाई [न्यूज़ टी 20] नई दिल्ली. ऑनलाइन पेमेंट करने के अपने ही फायदे हैं और इसके नुकसान भी हैं. जरूरत है तो सावधानी रखने की. यदि बिना सावधानी बरतें ऑनलाइन पेमेंट या मोबाइल पेमेंट का इस्तेमाल किया तो फ्रॉड होने में ज्यादा समय नहीं लगता.

भारत के सबसे बड़े सरकारी बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने अपने ग्राहकों को अलर्ट करते हुए कोई भी QR स्कैनर करने से पहले सावधानी बरतने की अपील की है.

स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने अपने ग्राहकों से कहा है कि आपको कभी भी पैसा पाने के लिए QR कोड स्कैन करने की जरूरत नहीं होती है. QR कोड स्कैन करने का मतलब है कि आप पैसा भेज रहे हैं ना कि आप पैसा प्राप्त करेंगे.

एसबीआई ने ट्वीट किया

QR कोड स्कैन करो और पैसे पाओ?
यह रॉन्ग नंबर है. QR कोड स्कैन से सावधान रहें! कैन करने से पहले सोचें, क्या आपने किसी अनजान QR कोड स्कैन किया है, क्या यह अनवेरीफाइड QR कोड है. सावधान रहें और सुरक्षित रहें.

किस काम आता है QR कोड?

QR स्कैन का इस्तेमाल हमेशा पैसा देने के लिए किया जाता है, न कि पैसा पाने के लिए. इसलिए, यदि आपको कभी ऐसा मैसेज या ईमेल मिलता है जो आपको QR कोड स्कैन करके पैसा पाने के लिए कहता हो, तो उस कोड को कभी भी स्कैन न करें. जाहिर तौर पर यह एक स्कैम होगा. यदि आपने QR कोड स्कैन किया तो आपका बैंक अकाउंट खाली होते देर नहीं लगेगी.

QR कोड्स की हिस्ट्री

QR कोड्स एक टू-डायमेंशनल मशीन होती है जो बारकोड्स को पढ़ने की क्षमता रखती है. पॉइन्ट ऑफ सेल (बिक्री केंद्र) पर मोबाइल से पेमेंट करने के लिए इस तकनीक का इस्तेमाल किया जाता है. QR कोड्स में बड़ी संख्या में जानकारियां स्टोर की जा सकती हैं. इस तकनीक की खोज 90 के दशक में एक जापानी कंपनी Denso Wave द्वारा की गई थी.

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