दुर्ग। शहर विधायक के पहल से मिलपारा में एक बढ़िया सार्वजनिक सुलभ बनेगा जिससे नागरिकों और व्यापारियों की बहुप्रतिक्षित मांग पूरी होगी। यहां के जर्जर हो चुके प्राथमिक स्कूल का उन्नयन भी होगा। मिलपारा पहुँचे विधायक गजेंद्र यादव ने नागरिकों से मिलकर समस्याओं को जाने और निरकारण करने निर्देश दिए।
उन्होंने कहा की नागरिक सुविधाओ का विस्तार किया जा रहा है। दुर्ग निगम क्षेत्र में सड़क, नाली, पेयजल व्यवस्था को और बेहतर बनाने प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है। आज मिलपारा के नागरिक विधायक गजेंद्र यादव से मिलकर अपने वार्ड की समस्याओं की जानकारी दिए इस पर विधायक स्वंय उनके साथ आए हुए ई- रिक्शा पर बैठे और उनके क्षेत्र पहुंचे।
बिल्कुल देशी अंदाज में जनता के बीच पहुँचे विधायक श्री यादव ने रीमझिम बारिश के दौरान टिन शेड में खड़े रहकर उनसे बातचीत किये। बारिश थमने के बाद विधायक के साथ घूमते हुए नागरिकों ने बताया की यहां सार्वजानिक सुलभ का भवन जर्जर होने बाद धाराशाही हो गया।
सालों से सुलभ बनाने क्षेत्र के नागरिक मांग कर रहे है कई बार आवेदन दे चुके है लेकिन अब तक कुछ नहीं हुआ। विधायक महोदय ने सुलभ की समस्या का निराकरण करने निगम इंजिनियर को मौके पर बुलाकर शीघ्र ही सुलभ बनाने प्रस्ताव तैयार करने निर्देश दिए ताकि यहां के नागरिकों को परेशानी न हो।
यहां पर लगा हुआ मार्केट भी इसलिए लोगों का आना जाना लगा रहता है, मार्केट के व्यापारी भी सुलभ के लिए लंबे समय से मांग कर रहे थे, अब उनकी मांग पूरी हो जाएगी। इसके लिए नागरिकों ने विधायक का आभार भी जताया। निगम के इंजिनियर करण यदु ने बताया की लगभग 30 लाख की लागत से बनने वाले सुलभ सर्वसुविधायुक्त होगा। विकलांग के लिए रैंप बनेगा। आगामी चार महीने सुलभ का कार्य पूर्ण हो जाएगा।
प्रा. स्कूल का बनेगा बिल्डिंग –
विधायक संग चर्चा करते हुए मिलपारा के निवासियों ने बताया की यहां पर लाल बहादुर शास्त्री प्राथमिक स्कूल था, बिल्डिंग जर्जर होने के बाद स्कूल बंद हो गया है अब यहां के बच्चे मेन रोड पार कर अन्य स्कूल में पढ़ने जाते है जिससे पलकों के मन में हमेशा डर बना रहता है। नागरिकों की मांग पर विधायक गजेंद्र ने शिक्षा के उच्चअधिकारीयों से चर्चा कर स्कूल की बिल्डिंग बनाने अग्रिम कार्यवाही करने निर्देश दिए ताकि प्राथमिक स्कूल में पढ़ने वाले छोटे छोटे बच्चों को पढ़ाई के लिए ज्यादा दूर नहीं जाना पड़े उनकी शिक्षा में किसी बाधा न आए।