भिलाई /रायपुर (न्यूज़ टी 20)। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से बड़ी खबर आ रही है। महंगाई भत्ते और सातवें वेतनमान पर गृह भाड़ा भत्ते के लिए पिछले 12 दिन से चल रही कर्मचारियों की हड़ताल खत्म हो गई है। आज मंत्री रविंद्र चौबे के साथ हुई मुलाकात के बाद कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन ने अनिश्चितकालीन हड़ताल खत्म करने का फैसला किया। प्रदेश के कृषि मंत्री रवि चौबे की मध्यस्थता में आज एक बैठक हुई। इस बैठक में जरूरी फैसले लिए गये। बैठक में यह तय किया गया जो भत्ता दिए सरकार ने बढ़ाया है उसे 1 साल की GPF की राशि खाते में डाल दिया जाएगा।
इसके अलावा दिवाली के समय जो महंगाई भत्ता है उसे दीपावली के पहले जारी किया जाएगा। तीसरा महत्वपूर्ण निर्णय के एचआरए के लिए अलग से कमेटी का गठन किया जाएगा। इससे पहले कोर कमेटी की एक बैठक हुई, बैठक में मुख्यमंत्री के अपील और आश्वासन पर चर्ची की गयी, जिसके बाद हड़ताल को खत्म करने का फैसला लिया गया। इससे पहले कल भी जिला संयोजक और प्रांतीय पदाधिकारियों की बैठक हुई थी।
हम शनिवार रविवार छुट्टी दे रहे हैं, ओल्ड पेंशन स्कीम भी लागू भी की है. मैं फिर से अपील करता हूं, काम पर वापस आएं कर्मचारी. हम शिक्षकों की लगातार भर्ती कर रहे हैं, पुलिस में भी लगातार भर्ती हो रही है.
कमल वर्मा ने कहा कि हमने तय किया है कि हड़ताल वापस लेंगे, कर्मचारियों की मांग को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी चाहते थे, संघ के अध्यक्ष कमल वर्मा ने खेद व्यक्त किया कि हमारे आंदोलन से आम जनता परेशान रही. साथ ही उन्होंने आम जनता से क्षमा मांगा. स्कूल भी प्रभावित हुए हैं, हमारे पास आंदोलन के अलावा कोई रास्ता नहीं बचा था, इसलिए हमने ये रास्ता अपनाया.
कमल ने कहा कि हमें गर्व है मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर, जिन्होंने पुरानी पेंशन योजना को बहाल किया. मुख्यमंत्री के अपील के बाद हमने हड़ताल के स्थगन का फैसला लिया है.
हड़ताल की घोषणा के बाद रविंद्र चौबे ने कहा कि संघ की पूरी टीम को हृदय से धन्यवाद, मुख्यमंत्री जी की अपील को स्वीकार कर हड़ताल वापस लिया. विभिन्न मांगों को लेकर हमने चर्चा की. मुख्यमंत्री से भी चर्चा हुई थी. मुख्यमंत्री के निर्देश पर फेडरेशन के अध्यक्ष के आग्रह पर सचिव की अध्यक्षता में बैठक हुई. अधिकांश मांगों में सहमति बनी. आंदोलन का स्थगन हुआ है.
मंत्री चौबे ने कहा कि आने वाले समय में कर्मचारी अधिकारियों के हितों में जो भी निर्णय सरकार की ओर से आवश्यक होगा, हम लोग निर्णय लेंगे और रविन्द्र चौबे के इसी आश्वासन के बाद आखिरकार आंदोलनकारियों ने 12 दिनों से जारी हड़ताल को खत्म कर दिया ।