दुर्ग / प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज भिलाई स्थित भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) के स्थाई परिसर को राष्ट्र को समर्पित किया। उन्होंने जम्मू में आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम में आईआईटी भिलाई के साथ ही कुरुद और कवर्धा में केन्द्रीय विद्यालय के नए बने भवनों का भी लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय भिलाई आईआईटी से ऑनलाइन लोकार्पण कार्यक्रम में जुड़े। उन्होंने भिलाई के उच्च तकनीकी राष्ट्रीय संस्थान आईआईटी के स्थाई परिसर को राष्ट्र को समर्पित करने के लिए प्रधानमंत्री के प्रति आभार व्यक्त किया। करीब 400 एकड़ में संस्थान का कैंपस विकसित किया जा रहा है। सांसद विजय बघेल, विधायक डोमन लाल कोर्सेवाड़ा और ललित चन्द्राकर, पूर्व मंत्री प्रेमप्रकाश पाण्डेय, श्रीमती रमशीला साहू, भिलाई आईआईटी के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के चेयरमैन के. वेंकटरमनन और निदेशक प्रो. राजीव प्रकाश भी लोकार्पण कार्यक्रम से वर्चुअली जुड़े।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने भिलाई आईआईटी में आयोजित लोकार्पण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ के लिए आज गौरव का दिन है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज जम्मू से देश के लिए 32 हजार करोड़ रुपए की 220 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण, शिलान्यास और उद्घाटन किया है। इनमें छत्तीसगढ़ की भी तीन शैक्षणिक संस्थाएं शामिल हैं। मैं प्रधानमंत्री को इसके लिए धन्यवाद देता हूं और उनके प्रति आभार प्रकट करता हूं। उन्होंने आईआईटी भिलाई परिवार को सर्वसुविधायुक्त स्थाई कैंपस मिलने पर बधाई और शुभकामनाएं दीं। उन्होंने उम्मीद जताई कि यह आईआईटी उच्च शिक्षा का उत्कृष्ट केंद्र बनेगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने अपने ध्येय वाक्य सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास के साथ 2047 तक विकसित भारत की संकल्पना की है। विकसित भारत अर्थात भारत हर क्षेत्र में अग्रणी हो। विकसित भारत में विकसित छत्तीसगढ़ भी सहभागी बनेगा। उन्होंने कहा कि किसी भी क्षेत्र में किसी मानव, प्रदेश व देश के विकास के लिए शिक्षा अति आवश्यक तत्व है। विद्वानों के अनुसार शिक्षा विकास का मूलमंत्र है। प्रधानमंत्री श्री मोदी शिक्षा प्रणाली को बेहतर करने के लिए निरंतर प्रयास कर रहे है। इसी कड़ी में छत्तीसगढ़ में पीएम श्री योजना की भी शुरूआत की जा रही है। पीएम श्री योजना का उद्देश्य शिक्षा में गुणवत्ता को बढ़ाना है। यह आवश्यक है कि शिक्षा के साथ-साथ बच्चों का कौशल विकास भी हो।

योजना के अंतर्गत शिक्षा के साथ-साथ बच्चों के व्यवसायिक विकास व कौशल विकास पर भी कार्य किया जाएगा ताकि विद्यार्थी केवल डिग्री के पीछे न भागे, परंतु व्यवसायिक कौशल या उद्यमिता की ओर भी अग्रसर हो सके। छत्तीसगढ़ के 211 स्कूलों को पीएम श्री योजना के अंतर्गत शामिल किया गया है। जिनमें कुछ प्रायमरी स्कूल्स, कुछ हाई एवं हायर सेकण्डरी स्कूल शामिल है। इसके लिए संपूर्ण बजट केंद्र सरकार द्वारा स्वीकृत किया जाएगा। भविष्य में और भी स्कूलों को इसमें शामिल किया जाएगा। मुख्यमंत्री श्री साय ने बताया कि बस्तर युनिवर्सिटी को भारत सरकार की तरफ से 200 करोड़ एवं बिलासपुर स्थित अटल बिहारी वाजपेयी युनिवर्सिटी को 20 करोड़ रूपए की राशि प्रदाय की गई है ताकि यहां शिक्षा का स्तर और बेहतर हो सके।

इसके लिए उन्होेंने प्रधानमंत्री श्री मोदी जी को धन्यवाद ज्ञापित किया। सांसद विजय बघेल ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि यह हम सबका सौभाग्य है कि हम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के हाथों भिलाई आईआईटी को राष्ट्र को समर्पित करते देखने के साक्षी हैं। प्रधानमंत्री ने आज देश भर में अनेक उच्च शिक्षण संस्थानों का लोकार्पण, शिलान्यास और उद्घाटन किया है। देश के युवाओं को आज बड़ी सौगात मिली है। भिलाई आईआईटी के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के चेयरमैन के. वेंकटरमनन और निदेशक प्रो. राजीव प्रकाश ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया।

एक हजार से ज्यादा छात्र अध्ययनरत, 2016 में शासकीय इंजीनियरिंग कॉलेज रायपुर में प्रारंभ हुई थी कक्षाएं, परिसर की कई भवनें छत्तीसगढ़ की नदियों और पहाड़ों के नाम पर

भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान भिलाई में अभी एक हजार से ज्यादा छात्र-छात्राएं इंजीनियरिंग की 11 शाखाओं में पढ़ाई कर रहे हैं। वर्ष 2016 में आईआईटी के अस्थाई परिसर शासकीय इंजीनियरिंग कॉलेज रायपुर में कक्षाएं लगना प्रारंभ हुई थीं। अगस्त-2023 से भिलाई स्थित स्थाई परिसर में कक्षाएं लग रही हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 14 जून 2018 को भिलाई में आईआईटी परिसर के निर्माण की आधारशिला रखने के बाद 8 जुलाई 2020 से इसका निर्माण आरंभ हुआ था। आईआईटी भिलाई का परिसर 400 एकड़ में फैला है। आरंभिक रूप से इसके निर्माण के लिए केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय द्वारा 1090 करोड़ 18 लाख रुपए स्वीकृत कर परिसर में लेक्चर हाल, सेमिनार रूम, क्लासरूम आदि बनाए हैं।

यहां निर्मित कई भवनों के नाम छत्तीसगढ़ की प्रमुख नदियों और पहाड़ों के नाम पर इंद्रावती, शिवनाथ, कन्हार, मैनपाट, गौरलाटा, सिहावा, पलमा इत्यादि रखे गए हैं।
इस अवसर पर भिलाई कैंपस में केन्द्रीय मंत्री धर्मेंन्द्र प्रधान, राज्य मंत्री डॉ. जितेन्द्र सिंह, उपराज्यपाल, जम्मू और कश्मीर मनोज सिन्हा और लोकसभा सांसद दुर्ग विजय बघेल एवं विधायक डोमन लाल कोर्सेवाडा, प्रेम प्रकाश पाण्डेय, कलेक्टर सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी, आईआईटी के अभिशासी मंडल के अध्यक्ष के. वेंकटरमण तथा निर्देशक आईआईटी प्रो.राजीव प्रकाश भी मौजूद रहे।

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