महासमुंद/ महासमुंद के लालवानी गली में हुई दृश्यम फिल्म के तर्ज पर हत्या का खुलासा आज महासमुंद पुलिस ने किया जिसमें मृतक की पत्नी और मृतक के सास ने मिलकर आरोपी मुकुंद त्रिपाठी के साथ ऊपेश चंद्राकर का कत्ल किया है। ऐसा पुलिस ने कहा है पुलिस के द्वारा बताई जानकारी के अनुसार मुकुंद त्रिपाठी अंकिता ब्यूटी पार्लर नया रावण भाटा के बाजू में मैं किराए के मकान में रहता था।

वहीं पर उसने मृतक उपेश चंद्राकर की हत्या मृतक की पत्नी श्रीमती देविका चंद्राकर और अंजनी चंद्राकर के साथ मिलकर की पूरे मामले की जानकारी इस प्रकार है कि दिनांक 14 दिसंबर 2023 को मृतक की पत्नी देविका चंद्राकर ने कोतवाली थाना महासमुंद में आकर सूचना दी कि उनके पति श्री उपेश चंद्राकर अचानक बिना बताए लापता हो गए हैं।

Chhattisgarh Crimes

इस संबंध में उन्होंने प्राथमिक की दर्ज कराई उसके बाद उन्होंने मृतक के संबंध में कोई जानकारी प्राप्त करना मुनासिब नहीं समझा जबकि मृतक के भाई मनीष चंद्राकर लगातार पूछताछ करते रहे थाने में रिपोर्ट करने के कुछ दिन उपरांत आरोपी मुकुंद के पड़ोसी योगेश दीवान के द्वारा बड़ी सी पेटी ले जाते हुए देखे जाने की बात सामने आई जिस पर जांच के दौरान मोबाइल डिटेल एवं अन्य टेक्निकल साधनों से मुकुंद त्रिपाठी से सवाल जवाब करने पर उसने अपराध को किया जाना कबूल किया।

जिस स्थान पर लोहानी बिल्डिंग लालवानी गली में उसने हत्या कर मृतक की डेड बॉडी छुपी थी वहां की तस्दीक किया जिस पर मृतक के भाई मनीष चंद्राकर के द्वारा उसकी सिनाक्त मृतक के बाल कपड़े और दांतो के आधार पर किया गया जिस आधार पर महासमुंद पुलिस ने आज तीनो आरोपियों पर भा द स 1860 के धारा 201,302,34 के तहत विवेचना में लिया है।

उपरोक्त घटना में सूत्र से पता चला की आरोपी लगातार गुमराह करने की कोसिस करता रहा मगर कामयाब नही हुआ । पुलिस ने अपराधी के द्वारा बताई जानकारी इस प्रकार दिया आरोपी के द्वारा बताया कि मै युपेश चन्द्राकर के घर के बगल में किराये मे रहता था और देविका का चन्द्राकर से मेरा अवैध संबंध था इस दौरान देविका के पति के गैर मौजुदगी में हम लोग अक्सर एक दुसरे से मिलते थे। मेरे घर में कई बार हमारा प्रेम संबध बना है तथा मोबाईल से बात चीत भी करते थे। मोबाईल फोन में बातचीत करते हुए देविका चंद्राकर मुझे बोलती थी कि मैं अपने पति से बहुत परेशान हो गई हूं, उसे रास्ते से हटाना है।

तब हम लोग युपेश को कैसे हटाना है, योजना बनाने लगे। एक दिन देविका का पति देविका को मेरे कमरे से निकलते हुए देख लिया था। उसी दिन से वह हमारे उपर शक करने लगा था। उसका हमारे संबध के बारे में पता चल गई थी। 08 दिसंबर 2023 केा देापहर करीबन 01ः00 बजे के आसपास मेरा दरवाजा खटखटाए तो मैं निकला तो देविका और उसकी मां खडे हुए थे। मुझे देविका बताई कि युपेश काफी गाली गुप्तार कर रहा है और मेरे को तुम्हारे साथ अवैध संबंध बनाते देखा हुं बोलकर काफी झगडा कर रहा है युपेश के द्वारा देविका केा मारने के लिए डंडा उठा लिया तो डंडा देविका ने डण्डा को छिनकर अपने हाथ में लेकर उसके सिर में मार दिया।

इसके बाद मुझे भी गुस्सा आया तो मैने भी उसको जोर से धकेल दिया तो युपेश सिर के बल नीचे गिर गया। इसके बाद उसकी सांसे नही चल रही थी। तब हम तीनों मिलकर उसे देविका के पलंग मंे लिटा दिए। उसके बाद मैं अपने कमरे में वापस आ गया। देविका अपनी लड़की मेधा चंद्राकर को लेने के लिए चंद्रोदय स्कूल चली गई। मै देविका कमरे के अंदर जाकर युपेश को खिंचकर बगल में स्थित अपने कमरे मेे लेकर आ गया।

उसके बाद शाम करीबन 05.00 बजें के आसपास मैं देविका के द्वारा दिए गए मोबाईल से देविका को फोन कर बोला कि काम हो गया है, तुम लोग वापस घर आ जाओ। जिसके कुछ देर के बाद वो लोग वापस आ गए। मैं पारख प्लास्टिक से नायलोन की एक बण्डल रस्सी व प्लास्टिक झिल्ली खरीदकर लाकर अपने कमरे में रखा था। तब हम तीनों मिलकर उसके मुंह को एक सफेद कपडे से बांध दिए। उखरू बैठाकर रस्सी से कसकर चारों तरफ से उसको अच्छे से बंाध कर युपेश की लाश को बोरी में भरकर अपने कमरे में रखे एक पुराना टंªक नुमा पेटी में जिसमें युपेश की लाश को भरकर अपने घर में रख दिया था।

दिनांक 10 दिसंबर 2023 दोपहर करीबन दो ढ़ाई बजे मैं एक रिक्शा वाले को लाकर पेटी को अपने कमरे से खिंचते हुए निकाल। इसके बाद मैं पेटी बक्से को रिक्शा में डालकर सीधे लोहानी बिल्डिंग अपने किराए के आफिस में ले जाकर रख दिया। लोहानी बिल्ंिडंग के कमरे में पेटी बक्शा को रखकर कमरे का ताला लगाकर आसपास वापस अपने कमरा आ गया। वापस निकलने से पहले लोहानी बिल्डिंग में बगल में कुछ काम चल रहा था, जहंा पर रापा, गैंती, सब्बल, टंगिया व धमेला रखा था। जिनसे लेकर कमरे में रख दिया था। रात में वेदिका अपनी बच्ची को सुलाकर वेदिका के साथ मिलकर लोहानी बिल्डिंग ऑफिस के अंदर का तीसरे कमरे को करीबन 05 फीट का गढढा किया।

रात में गडढा खुदाई करने के बाद हम दोनो कमरे का ताला लगा कर रात में हम दोनों वापस अपने घर आ गए। फिर मैं दूसरे दिन दिनांक 11.12.2023 को देविका के साथ जाकर दुकान से नमक का बेारी खरीदा और लोहानी बिल्डिंग जाकर सारा नमक को निकाल कर गडढ़ा में डालकर शव को पेटी से निकालकर साथ डाल दिया। फिर गडढे को मैं देविका के साथ पाटकर वापस आ गए। घटना में और भी विवेचना की जा रही है।

आरोपीगण के कब्जे से घटना में प्रयुक्त रापा, गैंती, सब्बल व धमेला जप्त कर आरोपी (01) मुकुन्द त्रिपाठी पिता स्व. भुवनेश्वर प्रसाद त्रिपाठी उम्र 45 वर्ष सा. नया रावण भाठा, महासमुन्द(02) देविका चन्द्रकार पति युपेश चन्द्राकर उम्र 40 वर्ष सा. बिरकोनी, महासमुन्द हाल सुभाष नगर महासमुन्द के विरूध्द अपराध धारा 302, 201, 34 भादवि के तहत् थाना सिटी कोतवाली महासमुन्द मे कार्यवाही की गई। उक्त कार्यवाही सायबर सेल और कोतवाली टीम महासमुंद के द्वारा संयुक्त रूप से की गई। यह संर्पूण कार्यवाही महासमुन्द पुलिस के द्वारा की गई।

गिरफ्तार आरोपी:-

(01) मुकुन्द त्रिपाठी पिता स्व. भुवनेश्वर प्रसाद त्रिपाठी उम्र 45 वर्ष सा. नया रावण भाठा, महासमुन्द।

(02) देविका चन्द्रकार पति युपेश चन्द्राकर उम्र 40 वर्ष सा. बिरकोनी, महासमुन्द हाल सुभाष नगर महासमुन्द।
मगर विवेचना का विषय यह भी है की आरोपीगण इतनी जघन्य हत्याकांड को अंजाम देने के बाद इतने आराम से जीवनयापन कर रहे थे
सूत्रों से यह भी पता चला है की आरोपी मुकुंद अलग अलग जगह में नाम बदलकर रहता था तो कही वह आदतन अपराधी तो नही?
इसलिए उसके पूरे प्रकरण की गहन जांच कर यह जानना चाहिए की उसने कही और अपराध को अंजाम तो नही दिया

Share on

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *