बलरामपुर। थाना सामरीपाठ क्षेत्रांतर्गत ग्राम पुन्दाग एवं भुताहीमोड़ में कैम्प खुलने तथा नक्सल क्षेत्रों में सिविक एक्सन प्रोग्राम के अन्तर्गत पहुंचविहीन नक्सल क्षेत्रों में लगातार चलाए जा रहे जागरूकता अभियान कार्यक्रमों से प्रभावित होकर एवं बलरामपुर पुलिस के द्वारा नक्सलियों के विरूद्ध लगातर की जा रही कार्यवाही एवं सचिंग अभियानों के दबाव में 03 महिला एवं 04 पुरूष सहित कुल 07 पूर्व नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है।

आत्मसमर्पित सभी नक्सली छत्तीसगढ़, बिहार झारखण्ड में रहने वाले हैं।पचीस लाख रूपये के ईनामी नक्सली कमाण्डर स्पेशल एरिया कमिटी मेम्बर, मिलिट्री कम्पनी बिमल उर्फ राधेश्याम यादव उर्फ उमेरा पिता विशेषवर, निवासी सलेमपुर, थाना करूणा, जिला जहानाबाद,बिहार के साथ पूर्व में थाना सामरीपाठ व थाना चांदो क्षेत्र में कई बार काम कर चुके हैं। नक्सल मोर्चे पर बलरामपुर पुलिस को मिली एक और बड़ी सफलता मिली है।

नक्सलियों के विरूद्ध लगातर चलाए जा रहे सचिंग अभियानों एवं पुलिस के दबाव में 03 महिला एवं 04 पुरुष सहित कुल 07 पूर्व नक्सलियों ने पुलिस अधीक्षक बलरामपुर मोहित गर्ग के समक्ष आत्मसमर्पण किया है। पुलिस ने सभी आत्मसमर्पित नक्सलियों को तत्काल आर्थिक सहायता राशि देकर हुए उन्हें शासन की विभिन्न योजनाओं का लाभ देने की बात कही है।

पूर्व में बलरामपुर पुलिस द्वारा नक्सलियों के मंसूबों पर पानी फेरते हुए भारी मात्रा में आईईडी व अन्य विस्फोटक सामाग्री को बरामद किया था। पुलिस महानिरीक्षक सरगुजा रामगोपाल गर्ग के निर्देशन में पुलिस अधीक्षक बलरामपुर मोहित गर्ग के मार्गदर्शन में बलरामपुर पुलिस द्वारा नक्सलियों के विरुद्ध लगातर सर्चिंग अभियान चलाए जा रहें है।

लगातर चलाए जा रहे अभियानों के दौरान पूर्व में बलरामपुर पुलिस द्वारा थाना सामरीपाठ क्षेत्र में नक्सलियों के द्वारा पुलिस बल को नुकसान पहुंचाने के उद्देश्य से जमीन के अंदर प्लांट किए गए भारी मात्रा में आईइडी व अन्य विस्फोटक सामाग्री को बरामद किया गया था। बलरामपुर पुलिस की नक्सलियों के विरुद्ध लगातर की जा रही कार्यवाही एवं सर्चिंग अभियानों के दबाव एवं थाना सामरीपाठ क्षेत्रांतर्गत ग्राम पुन्दाग एवं भुताहीमोड़ में कैम्प खुलने तथा नक्सल क्षेत्रों में सिविक एक्सन प्रोग्राम के अन्तर्गत पहुंचविहीन नक्सल क्षेत्रों में लगातार चलाए जा रहे जागरूकता कार्यक्रमों से प्रभावित होकर 03 महिला एवं 04 पुरुष सहित कुल 07 पूर्व नक्सलियों ने पुलिस अधीक्षक बलरामपुर मोहित गर्ग के समक्ष आत्मसमर्पण किया है।

आत्मसमर्पित नक्सलियों में 06 थाना सामरीपाठ क्षेत्र के एवं 01 महिला नक्सली झारखण्ड की रहने वाली है। आत्मसमर्पित सभी नक्सली छत्तीसगढ़, बिहार झारखण्ड एरिया में सक्रिय 2500000 (पच्चीस लाख) रूपये के ईनामी नक्सली कमाण्डर स्पेशल एरिया कमिटी मेम्बर, मिलिट्री कम्पनी बिमल उर्फ राधेश्याम यादव उर्फ उमेश, पिता बिशेषवर,निवासी सलेमपुर, थाना करुणा, जिला जहानाबाद, बिहार के साथ थाना सामरीपाठ व चांदो क्षेत्र में काम कर चुके हैं।

आत्मसमर्पित सभी नक्सली निम्नानुसार है

1. नन्दू कोरवा पिता मुनेश्वर कोरवा उम्र 28 साल, सा. पीपरदाबा, थाना सामरीपाठ, जिला बलरामपुर द्वारा पूछताछ के दौरान बताया कि, ” वर्ष 2016 में मुझे अमन और बिमल बुढा अपने साथ में लेकर गये थे मै लगभग 3 साल तक नक्सली संगठन माओवादी के साथ में रहकर काम किया हूँ मै अपने साथीगण के लिए खाना बनाता था मेरे साथ बबलू, मनीष, रवि, कमलेश, लखन, लोग चले हैं। मैं 315 बोर रायफल रखता था। बाद में मुझे बिमल एस. एल. आर. दिया था। वर्ष 2018 में झारखण्ड के खपरी महुआ में बम ब्लास्ट हुआ था उसी केस में मै झारखण्ड में गया था 18 माह जेल में रहा उसके बाद जेल से वापस आने के बाद मुझे फिर विमल लोग अपने साथ पार्टी में जबरदस्ती ले गये थे, तब मैं लगभग 8-9 माह तक नक्सलियों के साथ पार्टी में काम किया हूँ।नक्सली नन्दू कोरवा इसके पूर्व वर्ष 2012 में भी पार्टी में शामिल रहा, भूताही मोड़ के पास बम लगाने के दौरान नक्सली कमाण्डर कुन्दन के साथ यह भी शामिल था।

2. गुडवा कोरवा पिता राजेश्वर कोरवा उम्र 30 साल, सा. पुंदाग थाना सामरीपाठ, जिला बलरामपुर द्वारा पूछताछ में बताया गया कि, मुझे वर्ष 2016 में बिमल बुढ़ा अपने साथ में पार्टी में लेकर गया था। मै लगभग 8 माह तक नक्सली संगठन माओवादी के साथ में रहकर काम किया हूँ। मै खाना बनाता था एवं सामान लाने ले जाने का काम करता था। मैं जिस समय पार्टी में गया उस समय मेरे साथ बिमल के द्वारा गांव के सनी बृजिया, धनसाय बृजिया, प्रमोद कोरवा, दिनेश कोरवा, नितीश कोरवा, जवाहर घांसी, सवना लोहार सभी को लेकर गया था जो सभी लोग धीरे धीरे वहां से भाग गये थे। इसके द्वारा लातेहार, महुआडांड, गारू क्षेत्र में लगभग एक वर्ष तक काम किया है। इसके द्वारा झारखझड लातेहार क्षेत्र में क्रेशर मशीन जलाने के दौरान नक्सलियों के साथ शामिल रहा है।

3.सनी बृजिया पिता बलराम बृजिया उम्र 18 साल, ग्राम पुदांग, थाना सामरीपाठ, जिला बलरामपुर द्वारा पूछताछ के दौरान बताया गया कि मुझे वर्ष 2016-17 में बिमल बुढ़ा अपने साथ में लेकर गया था। मै लगभग 8 माह तक नक्सली संगठन माओवादी के साथ में रहकर काम किया हूँ मै सामान लाने ले जाने का काम करता था। साथ में संतरी ड्यूटी का भी काम करता था, संतरी ड्यूटी के समय मुझे 315 बोर बन्दुख भी देते थे। इसके द्वारा सामरी क्षेत्र में चुनचुना-पुन्दाग के पास बम लगाने में शामिल था।

4.लक्ष्मण नगेशिया पिता रामनाथ नगेशिया 35 वर्ष निवासी चरहू पीपरढाबा थाना सामरीपाठ जिला बलरामपुर द्वारा पूछताछ के दौरान बताया गया कि वर्ष 2016 में मुझे अमन और विमल के द्वारा अपने साथ में नक्सली संगठन माओवादी पार्टी में लेकर गया था। मैं लगभग 14-15 माह तक पार्टी में चला हूँ। मैं नक्सली पार्टी में खाना बनाता था और रात में संतरी डियूटी करता था। संतरी ड्यूटी के समय मुझे 315 बोर बन्दूख भी देते थे। इसके द्वारा लातेहार, महुआडांड, गारू क्षेत्र में लगभग एक वर्ष तक काम किया है। कोल्ही एवं पचपेड़ीर के पास बम लगाने में शामिल था।

5.आशा उर्फ फूलवंती पिता गोदाम कोरवा उम्र 21 साल, ग्राम पुंदाग थाना सामरीपाठ, जिला बलरामपुर द्वारा पूछताछ के दौरान बताया गया कि, मुझे वर्ष 2019-20 में बिमल बुढा अपने साथ में लेकर गया था मै 1 वर्ष तक नक्सलियों के साथ में रहकर काम की हूँ। मै संतरी डियूटी की हूँ उस समय मै 315 बोर रायफल अपने पास रखती थी। इसके द्वारा चुनचुना पुन्दाग में बम गाड़ते समय यह नक्सलियों के साथ शामिल थी।

6.अमरिता उर्फ सरस्वती पति नेशनल गांझू उम्र 20 साल, सा. पुन्दाग, थाना सामरीपाठ, जिला बलरामपुर द्वारा पूछताछ के दौरान बताया गया कि, मुझे बिमल बुढ़ा व अमन वर्ष 2020 में अपने साथ में लेकर गये थे मै लगभग डेढ़ वर्ष नक्सलियों के साथ में रहकर काम की हूँ। मै खाना बनाती थी और संतरी डियूटी करती थी उस समय मै 315 बोर रायफल रखती थी। थाना सामरीपाठ क्षेत्र के बूढ़ा पहाड़ के नजदीक गुफा में मेरे साथ 09 लोग रहते थे। इसके द्वारा चुनचुना पुन्दाग में बम लगाते समय यह नक्सलियों के साथ शामिल थी।

7.कु. कांती कोरवा पिता कोके कोरवा उम्र 18 वर्ष ग्राम सेमरखांड़ पंचायत अक्सी थाना महुंडाड जिला लातेहार झारखण्ड द्वारा पूछताछ के दौरान बताई कि मुझे सोनवा कोरवा अपने साथ में नक्सली संगठन माओवादी में लेकर गया था। मैं जब संगठन में गई तो पहले मुझे पीटी परेड कराए 07 दिन सिखाने के बाद मुझे खाना बनाने का काम दिए थे मैं अपने साथियों के लिए खाना बनाती थी। मैं करीब 01 वर्ष तक संगठन में काम की हूँ। मैं संतरी ड्यूटी करती थी उस समय मैं 315 बोर रायफल रखती थी। इसके द्वारा चुनचुना पुन्दाग में बम गाड़ते समय यह नक्सलियों के साथ शामिल थी।

इस कार्यवाही में मुख्य रूप से डी.के. सिंह, उप पुलिस अधीक्षक नक्सल ऑपरेशन सामरीपाठ, निरीक्षक फर्दीनंद कुजूर, थाना प्रभारी, सामरीपाठ, सउनि आनंद मशीह तिर्की, प्र.आर. राजेन्द्र ध्रुव, आरक्षक अनिल तिग्गा, आरक्षक भीम तिर्की, म.आर. सुचिता संगम एवं सहायक आरक्षक धर्मेन्द्र सोनी सहित सभी थाना सामरीपाठ का विशेष योगदान रहा।

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