गुवाहाटी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी असम के वसंत उत्सव ‘रोंगाली बिहू’ के पहले दिन एक दिवसीय यात्रा पर गुवाहाटी पहुंचे. इस दौरान वह हाईकोर्ट के प्लेटिनम जुबली समारोह में शामिल हुए. समारोह के दौरान नरेंद्र मोदी ने कहा कि हाईकोर्ट ने उस समय 75 साल पूरे कर लिए हैं जब हमारा देश भी आजादी के 75 साल पूरे करेगा. पीएम मोदी ने कहा कि यह एक अनूठा हाईकोर्ट है, इसका सबसे अधिक अधिकार क्षेत्र है. हमारे यहां के कई कानूनी प्रावधान ब्रिटिश काल से चले आ रहे हैं. कई ऐसे कानून हैं जो पूरी तरह से अप्रासंगिक हो चुके हैं. सरकार के स्तर पर हम इनकी निरंतर समीक्षा कर रहे हैं.
पीएम मोदी ने कहा कि हम उनमें से 2,000 से अधिक को निरस्त कर रहे हैं और निरस्त कर चुके हैं. 40,000 से अधिक पुराने अनुपालन समाप्त कर दिए गए हैं और कई प्रावधानों को अपराध की श्रेणी से बाहर कर दिया गया है, जिससे मामलों को कम करने में मदद मिली है. उन्होंने कानून के सरलीकरण को लेकर चल रहे प्रयासों पर कहा कि कानून को ऐसी आसान भाषा में लिखा जाना चाहिए, जो आम लोगों की समझ में आ सके.
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि ये 21वीं सदी का भारत है और इसमें भारत के सपने और उसकी आकांक्षाएं असीमित हैं. गुवाहाटी हाईकोर्ट के प्लेटिनम जुबली समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि यह हाईकोर्ट असम के अलावा अन्य राज्यों को नियंत्रित करता है. पीएम मोदी ने कहा कि आज डॉ. बाबा साहेब अंबेडकर की जयंती है. हमारे संविधान के निर्माण में बाबा साहेब की मुख्य भूमिका रही है. संविधान में समाए समानता और समरसता के मूल्य ही आधुनिक भारत की नींव हैं.
उन्होंने कहा, “मैं इस पुण्य अवसर पर बाबा साहेब के चरणों में भी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं. आज 21वीं सदी में हर भारतवासी के सपने और उसकी आकांक्षाएं असीम हैं. इनकी पूर्ति में, लोकतंत्र के एक स्तंभ के तौर पर हमारी सशक्त और संवेदनशील न्यायतंत्र की भूमिका भी उतनी ही अहम है.”