
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से फोन पर बातचीत कर गाजा शांति योजना (Gaza Peace Plan) पर अपनी प्रतिक्रिया दी। पीएम मोदी ने इसे एक ऐतिहासिक पहल बताते हुए ट्रंप को इस सफलता पर बधाई दी और कहा कि यह कदम गाजा में शांति बहाल करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित होगा।
पीएम मोदी ने ट्रंप से क्या कहा?
पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व ट्विटर) पर लिखा:

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“अपने दोस्त राष्ट्रपति ट्रंप से बात की और ऐतिहासिक गाजा शांति योजना की सफलता पर उन्हें बधाई दी।”
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“व्यापार वार्ताओं में हुई प्रगति की भी समीक्षा की।”
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“हमने आने वाले हफ्तों में करीबी संपर्क में रहने पर सहमति जताई।”
यह बातचीत उस समय हुई जब इजरायल और हमास ने युद्ध रोकने, बंधकों की रिहाई और मानवीय सहायता पर सहमति जताई।
पीएम मोदी की नेतन्याहू से बातचीत
मोदी ने इजरायल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू को भी फोन किया और कहा:
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“हम गाजा शांति योजना के तहत हुई प्रगति का स्वागत करते हैं।”
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“बंधकों की रिहाई और मानवीय सहायता बढ़ाने का कदम सराहनीय है।”
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“दुनिया में किसी भी रूप में आतंकवाद स्वीकार्य नहीं हो सकता।”
गाजा संघर्ष और मौतों का सिलसिला
गाजा में दो साल से चल रहे संघर्ष ने हजारों जिंदगियां खत्म कर दी हैं। ट्रंप की 20-सूत्री शांति योजना में शामिल हैं:
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सभी बंधकों की रिहाई
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हमास से सत्ता का हस्तांतरण
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अंतरराष्ट्रीय शांति बल की तैनाती
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गाजा का पुनर्निर्माण
हमास ने बंधकों को छोड़ने और फिलिस्तीनी संक्रमणकालीन सरकार पर सहमति दी है, जबकि इजरायल ने बमबारी रोकने का वादा किया है।
गाजा पीस प्लान की मुख्य बातें
ट्रंप का यह 20-सूत्री गाजा शांति प्लान ऐतिहासिक माना जा रहा है। इसमें शामिल हैं:
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बंधकों की रिहाई और कैदियों की अदला-बदली
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गाजा में रोजाना 400 ट्रकों से मानवीय सहायता
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हमास का हथियार छोड़ना और शासन से बाहर होना
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गाजा को “आतंक-मुक्त क्षेत्र” बनाना
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अस्थायी रूप से फिलिस्तीनी तकनीकी समिति द्वारा प्रशासन
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बाद में इसे फिलिस्तीनी अथॉरिटी को सौंपना
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गाजा का आर्थिक और सामाजिक पुनर्निर्माण
भारत का रुख
भारत ने हमेशा गाजा में शांति प्रक्रिया का समर्थन किया है। पीएम मोदी पहले भी ट्रंप की मध्यस्थता और कूटनीतिक प्रयासों की तारीफ कर चुके हैं।
