नई दिल्ली. पीएम नरेंद्र मोदी ने दुनिया में एक बड़ी तबाही को रोकने में भूमिका निभाई है. सीएनएन के दावे के मुताबिक उन्होंने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को यूक्रेन पर परमाणु हमला करने से रोक दिया. पीएम मोदी की दखल के बाद परमाणु युद्ध का खतरा टला था. एक अमेरिकी रिपोर्ट में भारत और अन्य देशों की यूक्रेन में हो रही जंग में निभाई गई भूमिका पर यह दावा किया गया है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दखल के बाद रूस और यूक्रेन के बीच परमाणु युद्ध का खतरा टाला जा सका. यह दावा दो टॉप अमेरिकी अधिकारियों ने किया है. एक रिपोर्ट में कहा गया है कि रूस और यूक्रेन के बीच 2022 के फरवरी में शुरू हुआ संघर्ष परमाणु युद्ध की तरफ बढ़ रहा था, लेकिन संघर्ष टालने में दुनिया के बड़े नेताओं ने उल्लेखनीय भूमिका निभाई. जिनमें सबसे ऊपर पीएम नरेंद्र मोदी का नाम है.
यूक्रेन से जुड़े हर मामले में पीएम मोदी सक्रिय
रूस और यूक्रेन का संघर्ष दो साल पुराना है. फरवरी, 2022 में शुरू हुए हिंसक संघर्ष और गहराते मानवीय संकट के बीच बीते 24 महीने से अधिक समय में इस युद्ध के परमाणु संघर्ष की तरफ बढ़ने की कई रिपोर्ट्स भी सामने आईं. दोनों देशों में रहने वाले भारतीयों की सुरक्षित स्वदेश वापसी या उनकी सुरक्षा के लिए खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कमान संभाली थी. अब एक अमेरिकी रिपोर्ट में दावा किया गया है कि पीएम मोदी और कई वैश्विक नेताओं की सक्रियता के कारण परमाणु युद्ध को टाला जा सका.
पीएम मोदी की पहल पर अमेरिकी अधिकारियों ने क्या कहा?
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के प्रशासन में शामिल दो टॉप अधिकारियों के हवाले से आई सीएनएन की रिपोर्ट में कहा गया है किप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दोनों देशों का टकराव रोकने के लिए राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से बात की. इस रिपोर्ट का दावा है कि पीएम मोदी और कई अन्य वैश्विक नेताओं की सक्रियता के कारण रूसी सेना और पुतिन को समझाने में कामयाबी मिली. इसके बाद ही यूक्रेन पर परमाणु हमला टाला जा सका.