भिलाई [न्यूज़ टी 20] प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 31 मई 2022 को 10 करोड़ से अधिक किसानों के खाते में पीएम किसान सम्मान निधि योजना के तहत 2,000 रुपये की आर्थिक सहायता ट्रांसफर कर दी.
यह इस योजना के तहत 11वीं किस्त थी. वहीं, कई किसानों को सरकार की ओर से रिकवरी का नोटिस जारी हुआ है. दरअसल, यह नोटिस उत्तर प्रदेश में उन किसानों को जारी किए गए हैं
जो इस योजना के लिए अपात्र होने के बावजूद इसका लाभ उठा रहे थे. अब उन्हें यह पैसा लौटाना होगा. खबरों के अनुसार, जिन लोगों को नोटिस जारी हुए हैं इन्हें आयकरदाता के रूप में चिह्नित किया गया है.
आदेश में क्या लिखा है
हिन्दुस्तान में छपी एक खबर के अनुसार, सुल्तानपुर जिले (उत्तर प्रदेश) के एक किसान को जारी नोटिस में कहा गया है कि वह आयकरदाता के रूप में पहचाने गए हैं और उन्होंने यह बात जानते हुए कि वह अपात्र हैं
इस योजना में अपना पंजीकरण कराया और अवैधानिक रूप से लाभ प्राप्त करते रहे. नोटिस में आगे लिखा है कि नोटिस मिलने के बाद उन्हें योजना के तहत मिली सारी रकम वापस लौटानी होगी.
अधिकारी का बयान
उत्तर प्रदेश के कृषि निदेशक विवेक सिंह ने इस बात की पुष्टि करते हुए कहा है कि हां, इस तरह का आदेश जारी हुआ है. उन्होंने कहा कि पीएम किसान योजना का लाभ ले रहे करदाताओं को पैसा वापस करने के लिए कहा गया है.
वहीं, अपर महानिदेशक वी.के. सिसौदिया ने इस पूरे मामले पर कहा है कि यह लिस्ट 2019 के आयकर विवरण में जो जानकारी दी गई थी उसके आधार पर तैयार हुई है.
उन्होंने कहा कि भारत सरकार की तरफ से जारी लिस्ट में शामिल सभी को लोगों को पैसा वापस लौटाना होगा. रिपोर्ट्स के अनुसार, उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले में 2800 किसानों को नोटिस जारी किया गया है.
क्या है यह योजना
केंद्र सरकार किसानों को 2,000 रुपये की चौमाही किस्त के जरिए एक वित्त वर्ष में 6,000 रुपये की आर्थिक मदद देती है. पहली किस्त अप्रैल-जुलाई, दूसरी अगस्त-नवंबर और तीसरी किस्त दिसंबर-मार्च के बीच आती है. अभी तक 10 किस्त किसानों के खाते में भेजी जा चुकी हैं और किसानों को 11वीं किस्त का इंतजार है.